
प्रसिद्ध गोविंदराजस्वामी मंदिर के पास गुरुवार तड़के एक भीषण आग लगने की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह आग एक शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, जिसने देखते ही देखते एक दुकान और एक शेड को अपनी चपेट में ले लिया।घटना तड़के सुबह हुई जब मंदिर के पास स्थित एक दुकान में अचानक धुआं उठता देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर दो दमकल गाड़ियाँ भेजी गईं और दमकल कर्मियों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि घटना में किसी के घायल होने या जान जाने की कोई सूचना नहीं है, जो राहत की बात है। हालांकि, जिस दुकान और शेड में आग लगी, वह पूरी तरह जलकर राख हो गया है। दुकान में रखा सारा सामान और शेड की संरचना को भारी नुकसान हुआ है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया,“हमें तड़के करीब 4 बजे आग लगने की सूचना मिली। तुरंत दो इंजन मौके पर भेजे गए। आग तेज थी लेकिन हमारी टीम ने मुस्तैदी से काम करते हुए एक घंटे के भीतर उसे नियंत्रित कर लिया।”
गोविंदराजस्वामी मंदिर, जो तिरुपति का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, आग की जगह से कुछ ही दूरी पर स्थित है। स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वहां की धार्मिक गतिविधियां सामान्य रूप से जारी हैं।पुलिस और अग्निशमन विभाग ने घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि, विभाग ने कहा है कि इलेक्ट्रिकल उपकरणों की फॉरेंसिक जांच के बाद ही इसकी पुष्टि की जा सकेगी।
घटना के बाद आसपास के दुकानदारों में डर का माहौल है। उनका कहना है कि मंदिर के आसपास की दुकानों में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं हो रहा है और बिजली की वायरिंग भी पुराने और खतरनाक हालात में है।
एक स्थानीय दुकानदार ने कहा,“हमने कई बार प्रशासन से अनुरोध किया था कि मंदिर क्षेत्र में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए। आज जो हुआ, वह बड़ा हादसा भी हो सकता था।”घटना के बाद नगरपालिका और मंदिर प्रशासन ने क्षेत्र का दौरा किया और सभी दुकानों और शेड्स की सुरक्षा जांच कराने के आदेश दिए हैं। तिरुपति नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।