आप विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर
रविवार को अरविन्द केजरीवाल के आप कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए इस्तीफे का ऐलान किया था। उसके बाद से ही कयासबाजी लगायी जा रही थी कि अरविन्द केजरीवाल की जगह कौन दिल्ली की गद्दी पर बैठेगा। आखिरकार तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए आतिशी को आप विधायक दल का नेता चुन लिया गया और अब आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री की गद्दी सभालेंगी.
अरविन्द केजरीवाल के घर पर हुई बैठक में आतिशी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया और अब आतिशी के रूप में दिल्ली को तीसरी महिला मुख्यमंत्री मिली। आतिशी से पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री रही हैं। आतिशी केजरीवाल मंत्रिमंडल में सबसे हैवी वेट मंत्री है, उनके पास तमाम बड़े मंत्रालयों का कार्यभार है। आतिशी शिक्षा, वित्त, जल और राजस्व जैसे बड़े मंत्रालयों का कार्यभार संभाल रही हैं और केजरीवाल के इस्तीफे के बाद नए मुख्यमंत्री की अटकलों में उनका नाम सबसे आगे भी चल रहा था.
आतिशी केजरीवाल की सबसे भरोसेमंद नेताओं में से है और साथ ही मनीष सिसोदिया की भी करीबी भी। चुनावी राजनीती में आने से पहले आतिशी ने मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली में स्कूलों की स्थिति को सुधारने की दिशा में काम किया। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक आतिशी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से राजनीती में अपनी किस्मत आजमाई पर 2019 में उन्हें असफलता हाथ लगी और बीजेपी उम्मीदवार गौतम गंभीर से आतिशी 4 लाख से अधिक वोटों से चुनाव हार गई। साल 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में आतिशी कालकाजी विधानसभा से चुनाव जीत गयी और मार्च 2023 में केजरीवाल मंत्रिमंडल में शामिल हुई। आतिशी केजरीवाल मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला मंत्री होने के साथ-साथ जुझारू और कुशल वक्ता भी हैं। अरविन्द केजरीवाल के जेल जाने के बाद सरकार में उनकी सक्रियता और हर मंच पर पार्टी की आवाज बुलंद करना यक़ीनन उनके हक़ में गया.
आतिशी स्कॉलर भी है, उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री भी हासिल की है। वर्तमान में आतिशी PWD, योजना, वित्त, जल संसाधन और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण और बड़े मंत्रालयों की जिम्मीदारी निभा रही हैं। आतिशी के अलावा केजरीवाल के संभावित उत्तराधिकारियों के रूप में कैलाश गहलोत, गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज के नामों की चर्चा चल रही थी पर बाजी आतिशी के नाम रही.