भारत में “एग्रीजियस क्लिकबेट” के खिलाफ YouTube का बड़ा कदम
दर्शकों को सही जानकारी देने के लिए YouTube की नई रणनीति

YouTube ने भारत में भ्रामक सामग्री पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि वह “एग्रीजियस क्लिकबेट” यानी भ्रामक शीर्षकों और थंबनेल वाली वीडियो पर कार्रवाई तेज करेगी। यह कदम भारत सहित दुनियाभर में प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता बनाए रखने और उपयोगकर्ताओं को सही जानकारी देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
YouTube ने कहा है कि जिन वीडियो के शीर्षक और थंबनेल का उद्देश्य केवल क्लिक बटोरना होता है, लेकिन उनकी सामग्री दर्शकों की अपेक्षाओं को पूरा नहीं करती, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। खासतौर पर ऐसी वीडियो जो फर्जी सूचनाएं, गलत तथ्य या सनसनीखेज दावे करती हैं, उन्हें हटाया जाएगा।
भारत में YouTube का उपयोग तेजी से बढ़ा है और यह प्लेटफॉर्म फर्जी सूचनाओं और भ्रामक सामग्री के लिए एक प्रमुख मंच बनता जा रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए YouTube ने विशेष रूप से भारत पर ध्यान केंद्रित किया है। कंपनी का मानना है कि इस पहल से न केवल उपयोगकर्ताओं का अनुभव बेहतर होगा, बल्कि प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।
“एग्रीजियस क्लिकबेट” ऐसे शीर्षक और थंबनेल को कहा जाता है जो वीडियो की वास्तविक सामग्री से मेल नहीं खाते। सनसनीखेज या चौंकाने वाले दावे करना।फर्जी सूचनाओं को फैलाना।वीडियो को क्लिक करने के लिए झूठे और भ्रामक दावे करना।YouTube ने कहा है कि ऐसी सामग्री का मकसद केवल दर्शकों को आकर्षित करना होता है, जिससे प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ताओं का भरोसा कम होता है।
YouTube ने बताया कि भ्रामक सामग्री की पहचान करने और इसे हटाने के लिए वह एडवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग टूल्स का उपयोग करेगा। ये टूल भ्रामक शीर्षकों और थंबनेल को स्कैन कर उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेंगे।YouTube ने क्रिएटर्स को चेतावनी दी है कि वे अपनी सामग्री में सच्चाई और पारदर्शिता बनाए रखें। प्लेटफॉर्म ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन न करने पर वीडियो को हटाने के साथ-साथ चैनल पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
YouTube के इस कदम से दर्शकों को बड़ी राहत मिलेगी। वे अब प्लेटफॉर्म पर अधिक प्रामाणिक और भरोसेमंद सामग्री देख पाएंगे।मीडिया विशेषज्ञों का मानना है कि YouTube का यह निर्णय फर्जी सूचनाओं और भ्रामक सामग्री के बढ़ते खतरे को रोकने में मददगार साबित होगा। यह पहल भारत जैसे बड़े बाजार में प्लेटफॉर्म की साख को मजबूत करेगी।YouTube का यह कदम डिजिटल दुनिया को और अधिक जिम्मेदार और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। इससे न केवल दर्शकों को सही जानकारी मिलेगी, बल्कि क्रिएटर्स के बीच भी गुणवत्ता पर ध्यान देने की प्रवृत्ति बढ़ेगी।