दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण पर सख्ती, GRAP- IV के तहत कड़े प्रतिबंध लागू
सरकार और पर्यावरण एजेंसियों की अपील

दिल्ली-एनसीआर में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज-IV के तहत कड़े एंटी-पॉल्यूशन प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं। बुधवार शाम को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 396 दर्ज किया गया, जो गंभीर स्तर (Severe Category) के बेहद करीब है।
बुधवार शाम को जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर का AQI 396 पर पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी (400-500) से मात्र चार अंक दूर है। बढ़ते प्रदूषण स्तर ने स्वास्थ्य संकट को और गहरा कर दिया है, जिससे बच्चे, बुजुर्ग और श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
GRAP स्टेज-IV लागू होने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में कई कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की गई है:दिल्ली में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल गाड़ियों पर रोक।कंस्ट्रक्शन और डिमोलिशन गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध।कोयला और लकड़ी जलाने पर कड़ी निगरानी।दिल्ली में ट्रकों और भारी वाहनों की एंट्री पर सख्ती।इंडस्ट्रियल यूनिट्स पर कड़ी नजर, केवल आवश्यक सेवाओं को छूट।स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेज पर विचार करने का सुझाव।
वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर से सांस संबंधी रोग, फेफड़ों की समस्या, हृदय रोग और आंखों में जलन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। डॉक्टरों ने बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा के मरीजों को घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।दिल्ली सरकार और पर्यावरण एजेंसियों ने लोगों से कार पूलिंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अधिक उपयोग करने और घरों में एयर प्यूरीफायर लगाने की अपील की है। साथ ही, पानी का छिड़काव, स्मॉग टावरों और एंटी-स्मॉग गन के इस्तेमाल को भी बढ़ाया जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में हवा की गति धीमी रहने की संभावना है, जिससे प्रदूषण के और बढ़ने का खतरा बना रहेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द ही ठंडी हवाएं नहीं चलीं तो दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण गंभीर स्तर को पार कर सकता है।प्रशासन ने लोगों से वाहनों का कम इस्तेमाल करने, पटाखों से बचने और धूल-प्रदूषण कम करने में सहयोग देने की अपील की है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि यदि हालात नहीं सुधरे तो अभी और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।