अशनीर ग्रोवर और भारतपे के बीच कानूनी जंग हुई खत्म, सभी संबंध हुए समाप्त
भारतपे के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर और फिनटेक कंपनी भारतपे के बीच चल रहे सभी कानूनी विवादों का अंत हो गया है। अशनीर ने भारतपे के साथ अपने सभी संबंध समाप्त कर दिए हैं, जिससे दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से चल रही खींचतान पर विराम लग गया है।
यह विवाद जनवरी 2022 में तब शुरू हुआ जब भारतपे ने अपने आंतरिक ऑडिट के आधार पर अशनीर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर पर कंपनी के फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाया। कंपनी ने अशनीर पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर कंपनी के पैसे का निजी उपयोग किया। इसके बाद अशनीर ने भी भारतपे के बोर्ड और निवेशकों पर कई आरोप लगाए और अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का दावा किया। जिसके बाद मामला अदालत में पहुंचा, जहां दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।
कई महीनों तक चली जांच, कानूनी लड़ाई और सार्वजनिक विवाद के बाद, अब दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से विवादों को समाप्त करने का निर्णय लिया है। अशनीर ग्रोवर ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा, “भारतपे के साथ मेरे सभी कानूनी और पेशेवर संबंध अब पूरी तरह से समाप्त हो चुके हैं। मैंने इस प्रकरण को पीछे छोड़ने का फैसला किया है और अब अपने भविष्य की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करूंगा।”
भारतपे ने भी एक बयान में कहा कि कंपनी और अशनीर ग्रोवर के बीच चल रहे सभी मामलों को सुलझा लिया गया है और कंपनी अब नए अध्याय की ओर बढ़ रही है। कंपनी के सीईओ ने कहा, “हम अपने ग्राहकों और निवेशकों की सेवा में पूरी तरह से समर्पित हैं और भविष्य में कंपनी के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
अशनीर ग्रोवर और भारतपे के बीच का विवाद एक लंबी लड़ाई का अंत है, जिसने न केवल दोनों पक्षों के रिश्तों को प्रभावित किया, बल्कि भारतीय फिनटेक जगत में भी हलचल मचाई थी। अब इस विवाद के समाप्त होने से दोनों पक्ष अपने-अपने भविष्य की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।