भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामले 4,900 के करीब, 24 घंटे में 564 नए मामले दर्ज
7 नई मौतें दर्ज, महाराष्ट्र में सबसे अधिक

देश में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण के मामलों में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी किए गए ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना वायरस के 564 नए मामले सामने आए हैं, जिससे सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर अब 4,900 के करीब पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना संक्रमण से बीते एक दिन में कुल 7 मौतें दर्ज की गई हैं। इनमें से तीन मौतें महाराष्ट्र से हुई हैं, जबकि कर्नाटक और दिल्ली से दो-दो लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। इस आंकड़े से यह स्पष्ट है कि भले ही संक्रमण की गति नियंत्रण में है, लेकिन वायरस का प्रभाव अब भी जानलेवा हो सकता है, विशेषकर बुज़ुर्गों और पहले से बीमार व्यक्तियों के लिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल मामलों की संख्या चिंता का विषय नहीं है, लेकिन लापरवाही करना खतरनाक हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी लोगों से अपील की है कि वे कोविड-उपयुक्त व्यवहार जैसे मास्क पहनना, भीड़-भाड़ से बचना और नियमित रूप से हाथ धोना न भूलें।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
“हालांकि कोविड के मामलों में तेज़ बढ़ोतरी नहीं हो रही है, लेकिन हल्की संख्या में भी बढ़ते संक्रमण को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। यह ज़रूरी है कि लोग अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत बनाए रखें और जिन लोगों को बूस्टर डोज़ की ज़रूरत है, वे तुरंत लगवाएं।”
देश में अब तक कोविड-19 टीकाकरण का आंकड़ा 220 करोड़ से अधिक हो चुका है। बूस्टर डोज़ (एहतियाती खुराक) के तहत भी बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षा कवच मिल चुका है, लेकिन सरकार का कहना है कि कुछ राज्यों में टीकाकरण की गति धीमी है, जहां अब अधिक सतर्कता बरती जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन राज्यों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा है जहां से हाल में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, जैसे कि महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली। इन राज्यों को कोविड टेस्टिंग, जीनोम सीक्वेंसिंग और स्वास्थ्य व्यवस्था की निगरानी पर ज़ोर देने को कहा गया है।मंत्रालय ने जनता से आग्रह किया है कि यदि किसी को सर्दी, खांसी, बुखार या गले में खराश जैसे लक्षण महसूस हों, तो वे तुरंत कोविड जांच करवाएं और खुद को दूसरों से अलग रखें। इससे संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है।
भारत में कोविड-19 के मामलों में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। सतर्कता और सावधानी ही आगे बढ़ने का सबसे सुरक्षित रास्ता है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर लगातार निगरानी और रोकथाम के प्रयास कर रही हैं, ताकि देश में संक्रमण की कोई नई लहर न आए।