भारतीय महिला के पास US का पासपोर्ट न होने के कारण नहीं दिए गए विशेषाधिकार।
एयरलाइन अधिकारियों ने क्यों किया यात्री के साथ भेद भाव ?
बीते कुछ दिनों से एक वीडियो इंस्टाग्राम पर काफी तेजी के साथ वायरल हो रहा है जिसमें हमे एक भारतीय महिला को दिखाया जाता है जो कि अपनी फ्लाइट से फ्रैंकफर्ट के लिए रवाना होने वाली थी पर ,उनकी फ्लाइट में आई देरी के कारण उनको फ्लाइट अधिकारियों द्वारा दिए गए जर्मन कैप्सूल वाले कमरों में रहना पड़ा जिसकी वजह से उनको किसी भी प्रकार का कोई भी विशेषाधिकार नहीं दिया गया ,बताया जा रहा है महिला के पास US का पासपोर्ट न होने के कारण महिला को कैप्सूल की आकार में बने कमरों में रहना पड़ा जबकि फ्लाइट के बाकी यात्रियों को 5 स्टार होटल में रहना का अवसर प्राप्त हुआ ,ओर बाकी यात्रियों को देश में कही पर भी घूमने की अनुमति दी गई , वही महिला का कहना है कि उनके पास US का पासपोर्ट न होने के कारण उनके साथ भेद भाव किया गया ओर उनको कोई भी विशेषाधिकार नहीं दिए गए,जो कि अमरीकी नागरिक को मुहैया कराए गए। चलिए जानते है महिला अपनी वीडियो में क्या कहना चाहती थी ?
महिला यात्री ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालते हुए क्या कहा?
अनीषा अरोड़ा अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो अपलोड करती है ,वीडियो काफी तेजी के साथ वायरल होता है ,अनीषा का कहना है, फ्रैंकफर्ट जाने वाली उनकी फ्लाइट में देरी आ जाती है , जिसके कारण उनको काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ,अनीषा के पास US का पासपोर्ट न होने के कारण उनको एक ही कमरे में 20 घंटे तक रोक के रखा जाता है ,जबकि जिन यात्रियों के पास अमेरिका का पासपोर्ट था उनको 20 घंटे तक देश में कही पर भी घूमने की अनुमति दे दी गईं ,इसके साथ ही अनीषा का कहना है कि जिन यात्रियों के पास अमेरिका का पासपोर्ट था उनको 5 स्टार होटल में रहना का अवसर प्राप्त हुआ जहां पर उनको ब्रेकफास्ट ओर लॉन्च की सुविधा भी दी गई ,पर उनके पास भारतीय पासपोर्ट होने के कारण जर्मन कैप्सूल वाले कमरे में अपना समय बिताना पड़ा ,वीडियो बनाते समय अनीषा ने अपने कमरे को वीडियो में दिखाया जो कि लंबाई ओर चौड़ाई दोनों में ही काफी छोटा था।
लोगों ने क्या प्रतिक्रिया जाहिर करी? फ्लाइट अधिकारियों द्वारा की गई यह चीज सही थी या गलत?
वीडियो को देखने के बाद लोग काफी ज्यादा नाखुश और गुस्से में नजर आए हैं। लोगों ने अनीषा के वीडियो के नीचे कमेंट करके अपनी नाराज़गी दिखाई, जो कि काफी हद तक ठीक भी है, क्योंकि किसी भी देश के साथ दुर्भाव करना कोई बहुत अच्छी चीज भी नहीं होती। हर देश के नागरिक को समान और बराबर का दर्जा देना चाहिए, नहीं तो आपके देश में यात्रियों का आना-जाना भी धीरे-धीरे कम हो जाएगा, जो कि सीधा आपके देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएगा।