
अब ओसाका गैस इंडिया केवल पारंपरिक गैस वितरण तक सीमित नहीं है। कंपनी ने अपने कामकाज का रुख साफ और टिकाऊ ऊर्जा की दिशा में मोड़ लिया है। इसके तहत उसका ध्यान तीन मुख्य क्षेत्रों पर है – शहरी गैस वितरण नेटवर्क को सशक्त बनाना, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश और साझेदारी को बढ़ाना, और ई मीथेन जैसी नई तकनीकों के माध्यम से ऐसी गैस विकसित करना जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित हो।
इस प्रयास में ओसाका गैस भारत की अग्रणी स्वच्छ ऊर्जा कंपनियों में से एक, क्लीनमैक्स के साथ मिलकर काम कर रही है। दोनों मिलकर सौर और पवन ऊर्जा के प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ा रहे हैं। इसका उद्देश्य है औद्योगिक स्तर पर स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना ताकि प्रदूषण में कमी लाई जा सके और ऊर्जा स्रोतों को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सके। कंपनी का दीर्घकालिक लक्ष्य है ऐसी गैस विकसित करना जो कार्बन तटस्थ हो, अर्थात जिसका उपयोग वातावरण में अतिरिक्त प्रदूषण न पैदा करे।
ओसाका गैस इंडिया केवल पूंजी निवेश नहीं कर रही, बल्कि स्थानीय टीमों को प्रशिक्षण भी दे रही है। वह तकनीकी ज्ञान साझा कर रही है और भारत के सामाजिक तथा भौगोलिक संदर्भों को समझने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रही है। कंपनी का मानना है कि भारत एक साझेदार है, एक ऐसा साथी जिसके साथ दीर्घकालिक विकास संभव है, केवल लाभ का साधन नहीं। कंपनी की योजना है कि वर्ष दो हजार तीस तक भारत, उसके वैश्विक व्यापार नेटवर्क का एक प्रमुख केंद्र बन जाए।
लेकिन वह इस बात को भी बखूबी समझती है कि भारत एक समान नहीं है। शहरों और ग्रामीण इलाकों की आवश्यकताएं और चुनौतियां अलग हैं। इसलिए ओसाका गैस ग्लोबल अनुभव और स्थानीय समझ को साथ लेकर आगे बढ़ रही है, ताकि देश के हर हिस्से तक सुरक्षित और भरोसेमंद ऊर्जा पहुंच सके चाहे वह महानगर हो या कोई सुदूर गांव.