
शुक्रवार रात मुंबई एयरपोर्ट से चेन्नई के लिए उड़ान भर चुकी एयर इंडिया की फ्लाइट AI-639 में एक ऐसा पल आया, जिसने कुछ देर के लिए यात्रियों की धड़कनें बढ़ा दीं। उड़ान भरने के करीब 45 मिनट बाद केबिन में अचानक जलने जैसी अजीब गंध फैलने लगी। फ्लाइट हवा में थी, लेकिन जैसे ही क्रू ने गंध को गंभीरता से लिया, पायलट को इसकी जानकारी दी गई।
पायलट ने बिना कोई देर किए समझदारी दिखाते हुए फ्लाइट को तुरंत मुंबई एयरपोर्ट पर वापस लाने का फैसला किया। शुक्र है कि विमान सुरक्षित लैंड कर गया और किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। जैसे ही विमान वापस लौटा, एयर इंडिया की ग्राउंड टीम ने सभी यात्रियों को शांतिपूर्वक उतारा और दूसरी फ्लाइट से उन्हें चेन्नई रवाना किया गया। एक यात्री ने बताया कि उन्होंने रात 11:50 बजे उड़ान भरी थी और करीब 12:45 बजे दोबारा मुंबई की ज़मीन पर थे। “थोड़ी घबराहट ज़रूर हुई, लेकिन फ्लाइट क्रू ने जिस तरह से स्थिति को संभाला, उससे बहुत राहत मिली,” यात्री ने कहा।
खास बात यह है कि यही एकमात्र घटना नहीं थी। उसी दिन एयर इंडिया की दो और फ्लाइट्स में तकनीकी दिक्कतों के चलते उड़ानें बाधित हुईं। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या एयरलाइन की तकनीकी जांच और सुरक्षा व्यवस्था में कोई खामी है? हालांकि एयर इंडिया ने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है और वह कोई जोखिम नहीं उठाते। वहीं DGCA ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। जब तक वजह साफ नहीं होती, तब तक वह विमान संचालन में नहीं लाया जाएगा।
इस पूरे वाकये में अच्छी बात यह रही कि सतर्कता, टीमवर्क और सही वक्त पर लिया गया फैसला एक बड़ी परेशानी को टाल गया। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए फ्लाइट दोबारा रवाना हुई, और एक बार फिर ये साबित हुआ कि मुसीबत के समय सूझबूझ कितनी बड़ी भूमिका निभाती है।