रायसीना हिल्स पर फिर सुनाई दिया-मैं नरेंद्र दामोदरदास मोदी, ईश्वर की शपथ लेता हूँ- –
रायसीना हिल्स पर एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने और उनके साथ मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण करने वाले मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, पियूष गोयल और एस जयशंकर शामिल रहे। आम चुनावों में NDA पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटा है तो वही विपक्षी गठबंधन भी पिछली बार के मुकाबले मजबूत हुआ है.
नरेंद्र मोदी 2001 से लगातार सत्ता पर काबिज है और बतौर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री एक भी चुनाव नहीं हारने वाले राजनेता हैं। 2002 से लगातार 3 बार उनके नेतृत्व में गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को विजयी मिली तो वही 2014, 2019 और अब 2024 में उनके नेतृत्व में लड़े गए आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को विजयी हासिल हुई है। नरेंद्र मोदी लगभग पिछले 23 साल से मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री के पद पर है और अब देश में फिर एक बार उनके नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ है। नरेंद्र मोदी आजाद भारत में जन्मे भारत के पहले प्रधानमंत्री है। संघ के साथ मोदी की सक्रियता और संगठनात्मक कुशलता ने मोदी को बीजेपी में पहचान दिलाई। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवानी की राम रथ यात्रा से मोदी की पोलिटिकल मैनेजमेंट को नई पहचान मिली। संघ के प्रचारक के तौर पर मोदी देश के कोने-कोने तक घूमे तो वही पार्टी महासचिव के तौर पर काम करते हुए संगठन में उनकी कार्यकुशलता को एक नई पहचान मिली। 2001 में उनके मुख्यमंत्री बनने के कुछ समय बाद ही भुज में विनाशकारी भूकंप से उबरने में मोदी ने जो कुशलता दिखाई उसकी हर जगह तारीफ की गयी। गुजरात में उनके मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य के विकास के लिए जो काम हुए उसे ‘मोदी मॉडल‘ कहा गया.
नरेंद्र मोदी कुशल वक्ता के साथ कुशल प्रशासक भी है। गज़ब की ऊर्जा और लगातार लोगों से जुड़े रहने की उनकी कला उनको बांकी नेताओं से अलग बनती है। मोदी सरकार ने अपनी नीतियों के जरिये एक वोट बैंक तैयार किया है जिसे लाभार्थी वर्ग के नाम से जाना जाता है। 10 साल अकेले दम पर सरकार चलाने के बाद भी तीसरे टर्म में 240 सीट जीतकर सत्ता में वापसी में लाभार्थी वर्ग का भी बहुत बड़ा रोल है। नरेंद्र मोदी जातियों और क्षेत्रीय बंधन के बैरियर को तोड़ने वाले नेता है। उनके नेतृत्व में बीजेपी बंगाल, तेलंगाना, ओडिसा और अब केरल में भी लगातार अपने जनाधार को बढ़ा रही है। निर्णय लेने की क्षमता उनको लोगों के बीच और अधिक लोकप्रिय बनाती है। सालों से बीजेपी के घोषणापत्र में शामिल धारा 370 को कश्मीर से हटाने का ऐतिहासिक निर्णय मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में लिया गया। सदियों से टेंट में रह रहे रामलला आज भव्य मंदिर में विराजमान है तो वहीं GST और नोटबंदी जैसे फैसले लेकर मोदी सरकार ने अपने निर्णय लेने की क्षमता का उदाहरण पेश किया है.
समय समय पर किये गए सर्वे बताते है की मोदी न सिर्फ देश में लोकप्रिय हैं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय अप्रूवल रेटिंग में भी अव्वल है और देश में मोदी के नाम पर होने वाले चुनाव और उन चुनावों में बीजेपी की जीत इस बात की तस्दीक भी करती है। अब एक बार देश की सत्ता पर मोदी सरकार 3.O आसीन है, यद्यपि इस बार बीजेपी के पास खुद के दम पर बहुमत नहीं है पर फिर भी पिछले कुछ समय से चर्चा में रहे जनसंख्या नियंत्रण बिल और यूनिफार्म सिविल कोड पर इस सरकार का क्या रुख रहता है इस पर आने वाले समय में सबकी नजरें बनी रहेगी। नरेंद्र मोदी पब्लिक की नब्ज़ समझते हैं और केवल प्रॉमिस ही नहीं बल्कि डिलीवरी की राजनीती करते हैं। प्रधानमंत्री आवास के अंतर्गत बनाये गए करोड़ों घर, पहले के मुकाबले दुगुनी रफ़्तार से बनती सड़कें, करोड़ों शौचालय, वन्दे भारत ट्रेन, उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत और मेक इन इंडिया के जरिये मोदी ने बताया है कि ‘वो जो कहते है-डेफिनेटली करते भी हैं‘.