प्रधानमंत्री मोदी हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए रूस रवाना, द्विपक्षीय बैठकों और वैश्विक चुनौतियों पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस के लिए रवाना हुए, जहाँ वे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024 में भाग लेंगे। इस शिखर सम्मेलन में प्रमुख द्विपक्षीय वार्ताओं के साथ-साथ वैश्विक चुनौतियों जैसे आर्थिक सहयोग और जलवायु परिवर्तन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। भारत, रूस, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के नेता इस बैठक में एक साथ आएंगे, जिससे वैश्विक राजनीति, व्यापार और सुरक्षा पर अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूत करना है। रूस में होने वाले इस शिखर सम्मेलन के दौरान सदस्य देशों के बीच व्यापार और निवेश बढ़ाने के तरीकों पर विशेष चर्चा होगी। वैश्विक अर्थव्यवस्था में चल रहे संकट और बढ़ती मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए, ब्रिक्स नेताओं के बीच आर्थिक स्थिरता के लिए सामूहिक प्रयास करने पर सहमति बन सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रिक्स देशों का सामूहिक रूप से वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में एक महत्वपूर्ण योगदान है, और इन देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग न केवल इनकी आंतरिक अर्थव्यवस्थाओं को समर्थन देगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी स्थिरता लाएगा।
जलवायु परिवर्तन एक और प्रमुख विषय है, जो इस शिखर सम्मेलन में गहन चर्चा का विषय बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठोस कदम उठाने की वकालत कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि वे ब्रिक्स देशों के साथ मिलकर कार्बन उत्सर्जन को कम करने और हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा करेंगे। भारत जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, और इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक स्तर पर पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए ठोस नीतियों पर सहमति बनने की उम्मीद है।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकों में भी भाग लेंगे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी मुलाकात विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग, ऊर्जा व्यापार और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर गहन चर्चा की उम्मीद है। इसके अलावा, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ भी प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात को लेकर चर्चा है। भारत और चीन के बीच पिछले कुछ वर्षों में तनावपूर्ण संबंध रहे हैं, और इस बैठक के जरिए दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और व्यापारिक संबंधों को सुधारने के प्रयास हो सकते हैं।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024 का उद्देश्य केवल आर्थिक और द्विपक्षीय मुद्दों तक सीमित नहीं है। वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति, यूक्रेन-रूस युद्ध और मध्य-पूर्व में अस्थिरता जैसे मुद्दे भी चर्चा के मुख्य बिंदु होंगे। इसके अलावा, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य संकट और डिजिटल व्यापार जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग पर भी ध्यान दिया जाएगा।