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भारत vs न्यूजीलैंड: 11 साल बाद भारत को पुणे टेस्ट में 113 रनों से मिली पहली हार

भारत  को न्यूजीलैंड  के खिलाफ पुणे टेस्ट में  113 रनों से हार  का सामना करना पड़ा, जिससे भारतीय टीम की घरेलू मैदान पर 11 साल बाद यह पहली सीरीज हार है। इस ऐतिहासिक जीत में मिशेल सैंटनर का शानदार प्रदर्शन मुख्य भूमिका में रहा, जिन्होंने अपनी स्पिन गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजी को पूरी तरह से झकझोर दिया।पुणे के मैदान पर खेले गए इस निर्णायक टेस्ट में  मिशेल सैंटनर  ने अपनी गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों को संभलने का मौका नहीं दिया। सैंटनर ने दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर भारतीय टीम को 113 रनों से करारी हार का सामना करवाया। उनकी स्पिन गेंदबाजी भारतीय बल्लेबाजों के लिए पहेली साबित हुई और टीम ने जल्द ही अपने विकेट गंवा दिए।

इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम की शुरुआत से ही कमजोर स्थिति थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूज़ीलैंड ने एक मजबूत स्कोर खड़ा किया, जिसमें कप्तान केन विलियमसन और टॉम लैथम की साझेदारी ने शानदार रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों को न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाजों को रोकने में मुश्किलें आईं और इसके परिणामस्वरूप भारतीय टीम दबाव में आ गई।

जब भारतीय टीम दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करने उतरी, तो टीम की बल्लेबाजी इकाई पर खासा दबाव था। अनुभवी बल्लेबाज भी लंबे समय तक क्रीज पर टिकने में असफल रहे। विराट कोहली और  रोहित शर्मा जैसे स्टार बल्लेबाजों ने संघर्ष किया लेकिन सैंटनर की गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाजों का क्रम बिखर गया और टीम 113 रनों से हार गई।

भारतीय टीम को घरेलू मैदान पर आखिरी बार 2012 में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद से भारत ने अपने घरेलू मैदान पर लगातार सफलता पाई थी और वह अजेय बने रहे थे। न्यूज़ीलैंड की इस जीत ने भारत के घरेलू मैदान पर अपराजेयता के रिकॉर्ड को तोड़ दिया, और इस ऐतिहासिक जीत को न्यूज़ीलैंड टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।इस हार के बाद भारतीय टीम प्रबंधन और खिलाड़ियों पर सवाल उठने लगे हैं कि उन्हें घरेलू मैदान पर इस तरह की हार क्यों मिली। विशेषज्ञों का मानना है कि टीम को अपनी रणनीतियों पर फिर से काम करना होगा और स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ बेहतर तैयारी करनी होगी।

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