दिल्ली में वायु गुणवत्ता 500 के आंकड़े को पार, स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
3 नवंबर को दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब हो गया, जब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के पार चला गया। इस समय दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खतरनाक’ श्रेणी में है, जो शहरवासियों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर रही है। इस हालत में लोग सांस संबंधी समस्याओं, आंखों में जलन और शारीरिक कमजोरी महसूस कर सकते हैं।सुबह 5 बजे के आसपास राष्ट्रीय राजधानी में घने कोहरे और धुंध की परत ने पूरे शहर को घेर लिया, जिससे वायु गुणवत्ता में अचानक गिरावट आई। IQAir वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में PM2.5 का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित सीमा से 65 गुना अधिक था। इस समय AQI 507 पर पहुंच गया, जो सामान्य स्थिति में अस्वस्थ व्यक्ति के लिए भी खतरनाक माना जाता है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता इस वर्ष के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई है। AQI का 500 के पार होना यानी कि वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है, जो बच्चों, बुजुर्गों और पहले से सांस की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है। इसके अलावा, यह सामान्य लोगों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश, और त्वचा पर जलन।दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में PM2.5 का स्तर 65 गुना अधिक होने के कारण यह प्रदूषण प्रदूषण की सबसे खतरनाक श्रेणी में आ गया है। PM2.5 वह सूक्ष्म कण होते हैं जो हवा में घुलकर हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और सांस की नलियों में घुसकर गंभीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इन कणों की अधिकता से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन रोगों की आशंका बढ़ जाती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के प्रदूषण से बचने के लिए लोगों को घर के अंदर रहना चाहिए और मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह के प्रदूषण के संपर्क में आने से सांस लेने में दिक्कत, खांसी, आंखों में जलन और गले में खराश हो सकती है।
दिल्ली सरकार ने भी इस संबंध में एहतियाती कदम उठाने के लिए नागरिकों से अपील की है कि वे एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें और घर से बाहर जाने से बचें। सरकार के अनुसार, स्कूलों और कार्यालयों को भी इस बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर अतिरिक्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है।दिल्ली में वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जैसे कि सर्दी के मौसम में निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध और वाहनों के प्रदूषण को कम करने के लिए उठाए गए कदम। हालांकि, प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है और इसके समाधान के लिए अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।