इंदौर के रहने वाले 29 साल के राजा रघुवंशी की इंदौर की ही रहने वाली सोनम रघुवंशी से धूमधाम से शादी हुई थी। शादी के ठीक 10 दिनों बाद उनका हनीमून का प्लान बना और जिसके लिए उन्होंने मेघालय जाने का सोचा। हालाँकि 23 मई को राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी दोनों को की गायब होने की खबर आयी। हालाँकि 2 जून को राजा का शव ईस्ट खासी हिल्स के एक खाई में बरामद हुआ। पोस्ट मोर्टेम में यह खबर कन्फर्म हुई की यह एक मर्डर है। शव से थोड़ी ही दूर पुलिस को खून से लदा हुआ मसेट चाकू, रेनकोट, एक औरत की शर्ट, एक स्मार्टवॉच और एक टूटा हुआ फ़ोन बरामद हुए। इस पूरे दौरान सोनम अभी भी लापता थी।
तहकीकात के दौरान वहां के एक लोकल गाइड ने गवाही दी की उसने सोनम और राजा को मृत्यु के जगह पर तीन अन्य लोगों के साथ देखा था। सीसीटीवी की फुटेज और जीपीएस के द्वारा पुलिस ने उन तीनों का पता लगाया, और उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लीये। पूछताछ में तीनों गुनहगारों ने कबूल किया की उन्हें राजा को मारने के लिए सोनम ने ही पैसे दिए थे।गिरफ्तातरियों में से दो शख्स इंदौर के थे जहाँ की एक शख्स उत्तर प्रदेश का था।
8 जून की रात को सोनम को काशी ढाबे, जो वाराणसी-गाज़ीपुर रोड पर है, वहां पाया गया। मेघालय के DGP इदाशीषा नोंगरंग ने कहा कि सोनम ने नंदगंज पुलिस स्टेशन (UP) में सरेंडर कर दिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। सोनम की कॉल डिटेल को जब जांचा गया तो पुलिस को पता चला कि सोनम किसी राज कुशवाहा नाम के व्यक्ति के संपर्क में थी। जांच में यह भी पता चला की दोनों पहले से ही एक दूसरे को जानते थे और दोनों का अफेयर चल रहा है। केस के इस पहलु को घटना के एक मुख्य मोतिवे के तौर पर रख कर जांच आगे बढ़ायी जा रही है।
इस पर सोनम के पिता, देवी सिंह जी ने कहा की उनकी बेटी बेक़सूर है और मेघालय पुलिस झूठी अफवाहें बना रही है, और उनपर केस को मिशनदल करने का इलज़ाम लगाया। मेघालय के सी.एम ने इसे केस के लिए एक बड़ा ब्रेकथ्रू बताया है, और पुलिस को जल्द ही एक्शन लेने के लिए कहा है।