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पश्चिम गोदावरी की बेटी डंगेटी जाह्नवी बनीं भारत की पहली महिला, जिन्होंने पूरा किया NASA का अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कार्यक्रम

जाह्नवी के माता-पिता कुवैत में कार्यरत

पश्चिम गोदावरी जिले के पलकोंलु कस्बे की रहने वाली डंगेटी जाह्नवी ने देश का नाम रोशन किया है। उन्हें अमेरिका स्थित टाइटन ऑर्बिटल पोर्ट स्पेस स्टेशन के मिशन में एक एस्ट्रोनॉट (अंतरिक्ष यात्री) के रूप में चुना गया है। यह स्पेस स्टेशन चार वर्षों में पूरी तरह से क्रियाशील होगा और जाह्नवी उसकी पहली उड़ान का हिस्सा बनेंगी।

यह गौरवशाली उपलब्धि जाह्नवी को भारत की पहली महिला बना देती है, जिन्होंने NASA (नासा) के अंतरराष्ट्रीय वायु एवं अंतरिक्ष कार्यक्रम (International Air and Space Program) को सफलतापूर्वक पूरा किया है।जाह्नवी के माता-पिता — श्रीनिवास और पद्माश्री — वर्तमान में नौकरी के सिलसिले में कुवैत में रह रहे हैं। बेटी की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से पूरे परिवार के साथ-साथ क्षेत्र के लोग भी गर्व महसूस कर रहे हैं।

जाह्नवी ने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है। पढ़ाई के दौरान ही उन्हें विज्ञान और अंतरिक्ष में गहरी रुचि हो गई थी। अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए उन्होंने नासा के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवेदन किया और उसे शानदार प्रदर्शन के साथ पूरा भी किया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अंतरिक्ष यान की कार्यप्रणाली, शारीरिक और मानसिक तैयारियाँ, वैज्ञानिक प्रयोगों की योजना और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के कौशल को सिखाया जाता है। जाह्नवी ने इन सभी परीक्षाओं और परीक्षणों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर यह मुकाम हासिल किया।

अमेरिका के टाइटन ऑर्बिटल पोर्ट को आने वाले वर्षों में अंतरिक्ष अनुसंधान और अंतरिक्ष यात्राओं के एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है। यह स्पेस स्टेशन आगामी चार वर्षों में पूरी तरह से संचालित होगा और उसी की पहली टीम का हिस्सा बनेंगी डंगेटी जाह्नवी।

इस मिशन में जाह्नवी को न केवल अंतरिक्ष में यात्रा करने का अवसर मिलेगा, बल्कि वह वैज्ञानिक अनुसंधानों और अंतरिक्ष स्टेशन की कार्यक्षमता की जांच में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।जाह्नवी की इस उपलब्धि को लेकर सोशल मीडिया पर भी बधाइयों का तांता लगा हुआ है। लोग उन्हें “आधुनिक भारत की प्रेरणा”, “अंतरिक्ष की दिशा में भारत की नई उड़ान” जैसे शब्दों से नवाज रहे हैं।

राज्य और केंद्र सरकार से भी जल्द ही उन्हें सम्मानित किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।डंगेटी जाह्नवी की सफलता यह साबित करती है कि अगर संकल्प मजबूत हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं। छोटे शहर से निकलकर अंतरिक्ष की ऊंचाइयों तक पहुंचना हर युवा के लिए एक प्रेरणादायक कहानी है।

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