रेलवे की 18 दिवसीय ‘रामायण यात्रा’ सात अप्रैल से
रेलवे सात अप्रैल को नई दिल्ली से ‘रामायण यात्रा’ ट्रेन फिर से शुरू करेगा, जो उत्तर प्रदेश में अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी सहित भगवान राम के जीवन से जुड़े कई प्रमुख स्थानों को कवर करेगी। यह जानकारी रेलवे के अधिकारियों ने दी। रेलवे द्वारा जारी एक प्रेस बयान में कहा गया है, ट्रेन में यात्रा करने वाले पर्यटकों को अयोध्या में एक पड़ाव दिया जाएगा, जहां वे श्री राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान मंदिर जाएंगे और सरयू आरती देख सकेंगे। ट्रेन नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, बक्सर, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, भद्राचलम, नागपुर सहित अन्य कई स्थानों से भी होकर गुजरेगी।
भारतीय रेलवे ने भारत सरकार के देखो अपना देश और एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन को बढ़ावा देने के लिए भारत गौरव पर्यटक ट्रेनें चलाने की पहल की है।
भारतीय रेलवे के अनुसार, प्रस्तावित ट्रेन टूर भारत गौरव डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन में संचालित होने जा रहा है, इसमें एसी- प्रथम और एसी- द्वितीय श्रेणी के कोच जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं। इसमें 156 पर्यटक बैठ सकते हैं।
ट्रेन में दो डाइनिंग रेस्तरां, एक आधुनिक किचन, कोचों में शॉवर क्यूबिकल्स, सेंसर-आधारित वॉशरूम फंक्शंस, फुट मसाजर आदि की भी सुविधा है।
ट्रेन के प्रत्येक कोच में सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड की सुविधा है। पर्यटक दिल्ली, गाजियाबाद, अलीगढ़, टूंडला, इटावा, कानपुर और लखनऊ रेलवे स्टेशन से भी चढ़/उतर सकते हैं।
इस ट्रेन का पहला पड़ाव अयोध्या होगा, इसके बाद नंदीग्राम में भरत मंदिर, बिहार में सीतामढ़ी, जहां पर्यटक सीता की जन्मभूमि और नेपाल के जनकपुर में राम जानकी मंदिर जाएंगे।
सीतामढ़ी के बाद, ट्रेन बक्सर, वाराणसी के लिए आगे बढ़ती है, जहां पर्यटक काशी विश्वनाथ मंदिर और कॉरिडोर, तुलसी मंदिर और संकट मोचक हनुमान मंदिर जाएंगे।
इसके बाद, ट्रेन प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, भद्राचलम, नागपुर जाएगी और यात्रा का अंतिम पड़ाव दिल्ली होगा।