भारतीय वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ पर एक आधिकारिक वीडियो बनाया गया है। इसमें पहली बार मिशन ‘गगनयान’ और प्रस्तावित अंतरिक्ष यात्रियों का जिक्र है। हालांकि, एयर फोर्स में अपने वीडियो में किसी भी संभावित अंतरिक्ष यात्री का चेहरा या परिचय नहीं बताया है। इन व्यक्तियों की पहचान को सुरक्षित रखा।
एयर फोर्स के पूरे वीडियो में इनकी केवल एक छोटी झलक है। इस दौरान उन्हें प्रशिक्षण और व्यायाम करते दिखाया गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि वीडियो में दिख रहे लोग वास्तविक व्यक्ति हैं, जिन्हें गगनयान के हिस्से के रूप में चुना गया है। हालांकि, इस विषय पर इसरो ने अभी तक आधिकारिक तौर पर यह तय नहीं किया है कि पहले चालक दल वाले गगनयान मिशन में दो या तीन अंतरिक्ष यात्री होंगे या नहीं।
गौरतलब है कि चंद्रयान-3 मिशन सफल होने के उपरांत अब विश्व में भारत के गगनयान मिशन की चर्चा है। गगनयान मिशन आने वाले वर्ष 2024 के लिए प्लान किया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि चंद्रयान-3 के बाद अब गगनयान मिशन को भी सफल बनाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे।
भारत की इस कामयाबी पर स्पेस रिसर्च से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि स्पेस से जुड़ी रिसर्च भारत को काफी आगे लेकर जाएगी। उन्होंने कहा कि स्पेस से जो आप सीखेंगे, चंद्रयान-3 की जो उपलब्धियां होगी, उससे आगे चलकर भारत का डाटा स्ट्रक्चर डेवलप होगा। विशेषज्ञ भारत के ‘आदित्य मिशन’ को भी बड़ी उपलब्धि मानते हैं।
उनके मुताबिक आदित्य मिशन एल-1, जो सूरज और भारत के बीच में यहां से लगभग 15 लाख किलोमीटर पर जाकर स्टेशन होगा, वहां से सूर्य और उसकी किरणों की ताकत को स्टडी करेगा।
इसरो ने बताया है कि आदित्य एल-1 ने डेटा को एकत्र करने का काम शुरू कर दिया है। इससे वैज्ञानिकों को पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। इसरो के मुताबिक, आदित्य मिशन जिन डेटा को एकत्र करेगा, उससे वैज्ञानिकों को पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी।