वाबैग को ओमान से मिला 85 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट, डिसेलिनेशन प्लांट का रखरखाव करेगी कंपनी
पानी की तकनीक पर काम करने वाली कंपनी वा टेक वाबैग की ओर से मंगलवार को कहा गया कि कंपनी को ओमान की नामा वाटर सर्विसेज से पांच वर्षों तक अल-दुक्म डिसेलिनेशन प्लांट के संचालन और रखरखाव का ठेका मिला है। इसके सौदे की वैल्यू करीब 85 करोड़ रुपये है।
चेन्नई के मुख्यालय वाली कंपनी वाबैग द्वारा ही 10 वर्ष पहले इस डिसेलिनेशन प्लांट का निर्माण किया गया था और 2018 तक कंपनी ही इसके संचालन और ऑपरेशन का कार्यभार संभालती थी।
कंपनी के जीसीसी के सेल्स और बिजनेस डेवलपमेंट डायरेक्टर, सुब्रमण्यम एम ने कहा कि ओमान में मिला यह ऑर्डर हमारी ग्रोथ की रणनीति के मुताबिक है। इससे हमारे संचालन और रखरखाव की ऑर्डर बुक मजबूत होगी। एन्युटी इनकम हमें बेहतर कैश फ्लो और अच्छी आय हासिल करने में मदद करेगी।
कंपनी ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि इस प्लांट से उत्पादन होने वाले पानी का इस्तेमाल अल वुस्टा गवर्नरेट के दुक्म और हैमा क्षेत्रों में घरेलू खपत के लिए किया जाएगा। सुब्रमण्यम ने आगे कहा कि हम नामा वाटर सर्विसेज का धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमारी टेक्निकल क्षमता पर विश्वास जताया। इसके कारण हमें दोबारा ऑर्डर मिल रहे हैं।
वाबैग एक वाटर टेक्नोलॉजी कंपनी है। यह राष्ट्रीय के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कार्य करती है। कंपनी सरकार के साथ इंडस्ट्रीज को भी वाटर सॉल्यूशंस उपलब्ध कराती है।
कंपनी के पास 1,600 से ज्यादा पानी की टेक्नोलॉजी के पेशेवर हैं, जो कि 4 महाद्वीपों के 25 से ज्यादा देशों में फैले हुए हैं।
कंपनी के अनुसार, उसने पिछले तीन दशकों में 1,400 से ज्यादा म्युनिसिपल और इंडस्ट्रियल प्लांट्स बनाए हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय करीब 2,856 करोड़ रुपये की थी। इस दौरान कंपनी को 250 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।