तेरह साल बाद विश्वकप ट्रॉफी की घर वापसी, दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारत बना वर्ल्ड चैंपियन
बारबडोस में खेले गए रोमांचक ICC टी20 विश्व कप के फ़ाइनल में Team India ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हराकर विश्व कप अपने नाम किया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने 176 रन बनाये और दक्षिण अफ्रीका को निर्धारित 20 ओवरों में जीत के लिए 177 रनों का लक्ष्य दिया। भारत ने खेल के हर डिपार्टमेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 169 रनों पर रोक दिया और सात रनों से फ़ाइनल जीतकर ख़िताब अपने नाम किया.
कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया और एक बार फिर सबकी नजरें सलामी जोड़ी पर टिकी हुई थी। पर इससे पहले की टीम इंडिया रनों की रफ़्तार पकड़ती दक्षिण अफ़्रीकी स्पिनर केशव महाराज ने रोहित शर्मा को अपनी फिरकी में फसा लिया और पिछले दो मैचों से शानदार फॉर्म में चल रहे रोहित शर्मा मात्र 9 रन बनाकर पेवेलियन की और चल दिए। अगले ही गेंद पर रिशभ पंत बिना खाता खोले केशव महाराज का शिकार बने और कुछ देर बाद सूर्य कुमार यादव को रबाडा ने आउट कर दिया। अब क्रीज पर मौजूद विराट कोहली का साथ देने अक्षर पटेल आये और दोनों ने मिलकर भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। अक्षर पटेल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 31 गेंदों पर 4 छक्कों की मदद से 47 रन बनाये । विराट कोहली ने एक छोर सँभालते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया और पुरे सीरीज में खामोश चल रहे विराट कोहली ने आखिरी ओवरों में कुछ शानदार शॉट्स खेलकर 59 गेंदों का सामना कर 76 रन बनाये, इस दौरान उनके बल्ले से 4 चौके और 2 छक्के निकले। अंत में शिवम् दुबे ने आकर कुछ लम्बे शॉट्स खेलकर 16 गेंदों में महत्वपूर्ण 27 रनों का योगदान दिया और पूरी भारतीय पारी 20 ओवरों में 7 विकेट खोकर 176 रनों पर समाप्त हो गयी.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ़्रीकी टीम की शुरुवात कुछ खाश नहीं रही और पारी के दूसरे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज रीजा हेंड्रिक्स 4 रनों के निजी स्कोर पर जसप्रीत बुमराह का शिकार बने और पारी के तीसरे ओवर में कप्तान मारक्रम को अर्शदीप सिंह ने विकेट के पीछे रिशम पंत के हाथों आउट कर दक्षिण अप्रीकी टीम को बैक फुट पर धकेल दिया। अब क्रीज पर मौजूद क्विंटन डिकॉक का साथ देने ट्रिस्टन स्टब्स आये और दोनों मिलकर टीम के स्कोर को 70 तक ले गए। पारी के नौवें ओवर में अक्षर पटेल ने ट्रिस्टन स्टब्स को 31 रन के निजी स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया पर क्विंटन डिकॉक अभी भी क्रीज पर बने हुए थे और क्लासेन के साथ पारी को सँभालते हुए टीम के स्कोर को 106 रनों तक ले गए। तेरहवें ओवर में डिकॉक 39 के स्कोर पर अर्शदीप सिंह का शिकार बने। दक्षिण अफ्रीका के लिए क्लासेन ने शानदार 27 गेंदों पर 52 रनों की पारी खेली और मैच को लगभग दक्षिण अफ़्रीकी पाले में खींचकर ले गए पर सत्तरहवें ओवर की पहली गेंद पर क्लासेन विकेट के पीछे रिषभ पंत को कैच थमा बैठे और हार्दिक पंडया का शिकार बने। दक्षिण अफ्रीका की अंतिम उम्मीद के रूप में डेविड मिलर ने 21 रनों का योगदान दिया पर हार्दिक पंडया की गेंद पर बॉउंड्री लाइन पर खड़े सूर्य कुमार यादव के एक बेहतरीन कैच ने मिलर की पारी को समाप्त कर मैच भारत की झोली में दाल दिया। दक्षिण अफ्रीका ने 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 169 रन बनाये और इस प्रकार अपनी पहली ICC ट्रॉफी जीतने के ख़्वाब से मात्र सात रन दूर रह गई.
विराट कोहली को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ द मैच से तो वही जसप्रीत बुमराह को प्लेयर ऑफ़ थे टूर्नामेंट से नवाज़ा गया। पुरे टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम अजेय रही.