पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित एक कोयला खदान में मंगलवार को हुए विस्फोट में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। यह दुखद घटना तब हुई जब खदान में काम करने वाले मजदूर अपने रोजमर्रा के काम में लगे हुए थे। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि खदान के भीतर कई मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
अभी तक विस्फोट के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल सका है, लेकिन प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिल रहे हैं कि खदान में गैस जमा होने या विस्फोटक सामग्री के गलत इस्तेमाल के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जांच शुरू कर दी है।
राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और विशेषज्ञों की एक टीम को मौके पर भेजा है, जो इस बात की पड़ताल करेगी कि खदान में सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा था या नहीं। इसके अलावा, यह भी देखा जा रहा है कि क्या खदान में गैस की नियमित जांच की गई थी या नहीं।
इस दुखद घटना के बाद राज्य सरकार ने मारे गए मजदूरों के परिवारों के लिए ₹30 लाख की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। इसके अलावा, घायल मजदूर को ₹2 लाख की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि सरकार पीड़ितों के परिवारों को हर संभव मदद प्रदान करेगी।
घटना के तुरंत बाद, जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने राहत और बचाव कार्यों को शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर कई मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं और खदान में फंसे हुए अन्य मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। प्रशासन ने खदान में सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने की बात भी कही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
इस हादसे के बाद खदान में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। खदानों में काम करने वाले मजदूरों ने आरोप लगाया कि खदान में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। मजदूरों का कहना है कि खदान प्रबंधन की ओर से कई बार गैस लीकेज और अन्य खतरों की शिकायतें की गई थीं, लेकिन उन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।