महाराष्ट्र और झारखण्ड विधानसभा के साथ- साथ देश के अनेक विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के बाद आज सुबह से मतदान केंद्रों पर मतगणना जारी है। अभी तक की मतगणना से महाराष्ट्र और झारखंड में सरकारें वापसी करती हुई दिख रही हैं। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में फिर एक बार झारखण्ड में सरकार बनती नजर आ रही है तो वही महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन को प्रचंड जीत मिलती है। अभी तक के आकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में महायुति 215 के करीब सीटें जीतती नजर आ रही है। बीजेपी राज्य में सबसे पार्टी बनने जा रही है और कयास लगाए जा रहे हैं कि देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
महाराष्ट्र की जनता ने इन चुनावों में उद्धव ठाकरे को पूरी तरह नकार दिया है। अभी तक आये परिणामों से स्पष्ट है कि उद्धव ठाकरे का विचारधारा से समझौता करना जनता और उनके वोटर को पसंद नहीं आया। वही दूसरी ओर महायुति में शामिल शिंदे गुट का चुनावों में प्रदर्शन बहुत कमाल का रहा। शिंदे गुट अकेले अपने दम पर करीब 55 सीट कामयाब होती दिख रही है जबकि महा विकास अघाड़ी में शामिल तीनों पार्टियां कुल मिलकर 55 सीटों पर सिमटती हुई दिख रही है। 6 महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में जहाँ बीजेपी को महाराष्ट्र में पिछली चुनाव के मुकाबले जबरदस्त नुक्सान हुआ था ऐसे में आज आये नतीजे बीजेपी और उसके सहयोगियों के लिए उत्साहवर्धक हैं.
आज आ रह परिणामों से साफ़ हैं कि महाराष्ट्र की जनता पीएम मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं‘ नारे और योगी आदित्यनाथ के ‘बटेंगे तो कटेंगे‘ के नारे से अपनी सहमति जताई है और राहुल गाँधी और विपक्ष के जातियों में बाटने वाले एजेंडे को नाकारा हैं। आज के ऐतिहासिक परिणामों से स्पष्ट है कि उध्दव ठाकरे का विचारधारा से समझौता उन्हें बहुत भरी पड़ा। और बीजेपी से अपना नेचुरल अलाइंस तोड़कर कांग्रेस और शरद पवार की गोद में बैठना जनता को पसंद नहीं आया। वही दूसरी और शरद पवार की चुनाव के दौरान की गयी भावुक अपील का भी जनता पर कोई असर नहीं हुआ। चुनाव प्रचार के दौरान शरद पवार ने इस चुनाव को अपना आखिरी चुनाव बताया था.
अभी तक के रुझानों के अनुसार बीजेपी करीब 124 सीटों पर आगे है तो वही महायुति में शामिल शिंदे गुट करीब 55 तो अजित पवार गुट 39 सीटों पर आगे है तो वही दूसरी ओर महागठबंधन में शामिल उध्दव गुट ने करीब 19, शरद पवार गुट 12 तो वहीं कांग्रेस करीब 19 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है.