महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिया इस्तीफा, महायुति में नए नेता पर सस्पेंस बरकरार
शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को राजभवन में सौंपा। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
हालांकि, एकनाथ शिंदे तब तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाते रहेंगे, जब तक महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन नहीं हो जाता। महायुति गठबंधन, जिसमें बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) शामिल हैं, ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए 288 सीटों वाली विधानसभा में 235 सीटें जीती हैं।
भारी जीत के बावजूद महायुति गठबंधन अब तक नए मुख्यमंत्री के चयन पर सहमति नहीं बना पाया है। गठबंधन में तीन बड़े नेताओं—देवेंद्र फडणवीस, अजीत पवार और एकनाथ शिंदे—के बीच मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर खींचतान चल रही है।सूत्रों के अनुसार, महायुति के नेताओं के बीच नए मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनाने के लिए लगातार बैठकें हो रही हैं। बीजेपी, जो गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है, मुख्यमंत्री पद के लिए अपने उम्मीदवार को आगे बढ़ाना चाहती है, जबकि शिवसेना और एनसीपी भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
एकनाथ शिंदे ने जून 2022 में शिवसेना के भीतर बगावत कर उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से हटाया था और बाद में बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी। हालांकि, चुनावी जीत के बावजूद, उनके नेतृत्व को लेकर गठबंधन में मतभेद उभरने लगे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान लंबे समय तक चलने पर गठबंधन की एकजुटता पर असर डाल सकती है। वहीं, राज्य के विकास और स्थिरता के लिए जल्द से जल्द नई सरकार का गठन आवश्यक है।महाराष्ट्र की जनता, जिसने महायुति को भारी बहुमत दिया है, अब नई सरकार से विकास और स्थिरता की उम्मीद कर रही है। मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा और नई सरकार के गठन पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं।