राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में दी श्रद्धांजलि
पोप फ्रांसिस को शांति और मानवता का प्रतीक बताया

वेटिकन सिटी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वेटिकन सिटी स्थित सेंट पीटर्स स्क्वायर में आयोजित पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार समारोह में भाग लिया। इस मौके पर दुनिया भर के कई शीर्ष नेता भी उपस्थित रहे। राष्ट्रपति मुर्मू के साथ केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन भी शामिल हुए।
पोप फ्रांसिस, जिन्हें वैश्विक स्तर पर शांति, भाईचारे और मानवता के संदेशवाहक के रूप में देखा जाता था, के सम्मान में आयोजित इस विशेष मास (प्रार्थना सभा) में हजारों की संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य व्यक्ति पहुंचे। सेंट पीटर्स स्क्वायर में उमड़ी भीड़ ने पोप के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं और श्रद्धा व्यक्त की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें “शांति, करुणा और सेवा के प्रतीक” के रूप में याद किया। उन्होंने कहा कि पोप का जीवन पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत रहा है। राष्ट्रपति ने उनके मानवीय मूल्यों और समाज में एकता को बढ़ावा देने के प्रयासों को भी सराहा।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत हमेशा से विश्व शांति के प्रयासों का समर्थन करता रहा है और पोप फ्रांसिस ने इस दिशा में जो योगदान दिया, वह अविस्मरणीय है। वहीं, राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने भी पोप के सामाजिक कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें एक महान नेता बताया।
पोप फ्रांसिस के निधन पर भारत सरकार और भारतीय जनता ने गहरा शोक व्यक्त किया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पोप का जीवन और कार्य मानवता की सेवा के प्रति उनकी गहन प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गौरतलब है कि पोप फ्रांसिस विश्व स्तर पर खासकर गरीबों, वंचितों और हाशिए पर खड़े समुदायों के अधिकारों की आवाज बनने के लिए जाने जाते थे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जलवायु परिवर्तन, सामाजिक न्याय और अंतर-धार्मिक संवाद जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जोर दिया था।
राष्ट्रपति मुर्मू की वेटिकन यात्रा भारत और वेटिकन के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को भी दर्शाती है। इस अवसर पर भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर दोहराया कि वह शांति, सद्भाव और भाईचारे के मूल्यों को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाता रहेगा।