ऑपरेशन सिंदूर – पहलगाम आतंकी हमले का जवाब, सीमा पार चल रहे आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिलाया
भारत ने फिर दोहराया - आतंक के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से पूरा देश गुस्से में था और सरकार पर जवाबी कार्रवाई का दबाव भी। पिछले 10 दिनों में हुई अनेक उच्चस्तरीय बैठकों से साफ़ था कि सरकार जरूर आतंकियों को सबक सिखाएगी और प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री भी आतंकियों पर कार्रवाई करने की बात कह चुके थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘इस बार आतंकियों की बची हुई जमीं भी मिटटी में मिला देंगे’. विपक्ष भी सरकार के साथ खड़ा नजर आया और तमाम राजनैतिक दलों ने दोहराया कि आतंक के खिलाफ युद्ध में वो सरकार के साथ हैं। इधर देश 22 अप्रैल को हुई कायरता भरे हरकत से गुस्से में था जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। छुटियाँ लेकर कश्मीर घूमने गये आम नागरिकों को उनके परिवार के सामने गोली मारी गयी। लोगों से उनका धर्म पूछकर और कपड़े उतारकर निशाना बनाया गया, इस आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मृत्यु हो गयी जबकि दर्जनों घायल हुए.
घटना के तुरंत बाद ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भरोसा दिलाया की आतंकियों को बख्शा नहीं जायेगा। पिछले कई दिनों से राजधानी दिल्ली में हाई लेवल बैठकों का दौर जारी रहा। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी सहित तीनों सेनाओं के प्रमुखों से भी प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक की। तमाम बैठकों से साफ़ था कि भारत इस बार भी जरूर कोई ठोस कदम उठाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को पूरी छूट देते हुए कहा कि कब और कैसे जबाब देना है ये सेना तय करे। भारत की तीनों सेनाओं ने पूरी तैयारी करते हुए आज तड़के पाकिस्तान सीमा को पार किये बगैर पाकिस्तान में चल रहे आतंकी ठिकानों पर टारगेटेड हमला किया जिसमे करीब 100 आतंकियों के मौत की खबर है। आधी रात में जब आतंकी अपने बिलों में छुपकर आराम फार्मा रहे थे तब भारतीय सेना ने सटीक ख़ुफ़िया जानकारी के आधार पर आतंकी अड्डों पर हमला कर आतंकियों को नर्क यात्रा पर भेज दिया.
सुबह होते-होते तस्वीर और साफ़ होने लगी और खुद पकिस्तान की तरफ से बहावलपुर, मुज़फ़राबाद, सियालकोट सहित 9 ठिकानों पर भारतीय सेनाओं द्वारा किये गए हमले की पुष्टि की गयी। बहावलपुर स्थिति आतंकी अज़हर मसूद के अड्डे को मिट्टी में मिला दिया गया जिसमें अज़हर मसूद के परिवार के लगभग 10 लोगों के भी मारे जाने की ख़बर है। भारत की तरफ से जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेंस में साफ़ कर दिया की भारत की जवाबी कार्रवाई में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक और पाकिस्तानी सेना के किसी कैम्प को निशाना है बनाया गया। भारत की कार्रवाई आतंकी अड्डों तक ही सिमित थी जो सटीक ख़ुफ़िया जानकारी पर आधारित थी.