
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुर्घटना स्थल का दौरा किया, जिसमें 241 लोगों की जान चली गई। यह हादसा हाल के वर्षों में सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है।PM मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद सीधे मेघाणीनगर क्षेत्र में स्थित दुर्घटनास्थल का रुख किया। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे यात्री, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश से अस्पताल में जाकर मुलाकात की। विश्वाश की हालत स्थिर बताई जा रही है और डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज जारी है।PM मोदी ने डॉक्टरों से उनकी स्थिति की जानकारी ली और परिजनों से बात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही इस हादसे पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा था:
“यह त्रासदी शब्दों से परे है। यह दिल को तोड़ने वाला हादसा है। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मैं लगातार मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूं, जो राहत और सहायता कार्यों में लगे हुए हैं।”
गौरतलब है कि 13 जून को दोपहर में एयर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI-171, जो बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी, अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघाणीनगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।विमान में मौजूद 1.25 लाख लीटर ईंधन में आग लगने से तापमान 1,000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे बचाव कार्य अत्यंत कठिन हो गया। राहत दलों ने बताया कि दुर्घटना स्थल पर कुत्ते और पक्षी भी नहीं बच सके।
दुर्घटना के बाद से केंद्र और राज्य सरकारें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। NTSB (अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड) की एक टीम भारत आ रही है, जो भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के साथ मिलकर हादसे की जांच करेगी।प्रधानमंत्री मोदी का गुजरात से 12 वर्षों का गहरा नाता रहा है, जब वे राज्य के मुख्यमंत्री थे। इस कारण, उनके दौरे को भावनात्मक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वे न केवल दुर्घटना स्थल पहुंचे, बल्कि पीड़ितों के परिजनों से भी संवेदना प्रकट की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दुर्घटना स्थल का दौरा और अस्पताल में जीवित बचे यात्री से मिलना दर्शाता है कि देश की सर्वोच्च नेतृत्व इस भीषण दुर्घटना को लेकर संवेदनशील और सक्रिय है।