स्वदेशी एआई में भारत की ऐतिहासिक छलांग- भारतजेन की लॉन्चिंग
भारत का पहला मल्टीमॉडल एआई मॉडल हुआ लॉन्च
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देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘भारतजेन’ का औपचारिक शुभारंभ किया। भारतजेन देश का पहला स्वदेशी, सरकार द्वारा समर्थित AI मॉडल है, जो 22 भारतीय भाषाओं में काम करता है। यह टेक्स्ट, स्पीच और तस्वीरों को समझकर हमें हमारी अपनी भाषा में मदद करता है। इससे खासकर गांवों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर इलाज, शिक्षा, खेती और सरकारी सेवाओं तक पहुंच आसान हो जायेगा। यह एक ऐसा स्मार्ट सहायक है, जो हमारी भाषा बोलता है और हमारी रोज़ की ज़िन्दगी में हमारी मदद करेगा।
इस समिट में कई लोग शामिल हुए जैसे- DST (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग) के सचिव प्रो. अभय करंदीकर, दर्पज (प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग) सचिव वी. श्रीनिवास, कौशल विकास सचिव रजित पुणहानी, (इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) के अतिरिक्त सचिव अभिषेक सिंह, Infosys के को-फाउंडर क्रिस गोपालकृष्णन, और भारतजेन के प्रमुख वैज्ञानिक प्रो. गणेश रामकृष्णन।
इस समिट का मुख्य उद्देश्य भारत में गेनेरेटिव AI को बढ़ावा देना था। समेलन के दौरान मुख्य बिंदुओं पर ध्यान दिया गया-
- नवाचार (इनोवेशन) को प्रोत्साहन- जेनेरेटिव AI हैकथॉन 2025 के जरिए छात्रों और स्टार्टअप्स को असली जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए प्रेरित करना।
- AI इकोसिस्टम का निर्माण- भारत-केंद्रित AI तकनीकों के विकास के लिए छोटे स्टार्टअप्स, विशेषज्ञों और उद्योगों को एक मंच पर लाना।
- सार्वजनिक सेवाओं का सुधार- AI-संचालित टेलीमेडिसिन और सपग्रामस (केंद्रीयकृत लोक शिकायत निवारण एवं निगरानी प्रणाली) जैसे मंचों के माध्यम से गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा और शासन सेवाओं को बेहतर करना।
- आत्मनिर्भरता- भारतीय भाषाओं और संस्कृति पर आधारित AI को बढ़ावा देना और विदेशी तकनीकियों पर काम निर्धारित होना।
- IIT बॉम्बे जैसे शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के बीच MoUsके जरिए साझेदारी को मजबूत करना।
यह मॉडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “इंडिया का टेकऐड” विजन का हिस्सा है, जो भारत को तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में दुनिया का लीडर बनाना चाहता है। इसके अलावा यह मॉडल NRF (राष्ट्रीय अनुसंधान प्रतिष्ठान), पीएम मुद्रा योजना, पीएम स्वनिधि और पीएम विश्वकर्मा योजना जैसे सरकारी कार्यक्रमों के द्वारा छोटे व्यापारियों को बढ़ने में मदद करेगा। भारतजेन के तहत देशभर में 25 टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब्स बनाए गए हैं, जिनमें से 4 को अब ट्रांसलेशनल टेक्नोलॉजी रिसर्च पार्क्स में बदल दिया गया है। यह इसलिए किया गया ताकि रिसर्च को ज़मीनी स्तर पर इस्तेमाल में लाया जा पाए। यह मिशन चार बातों पर फोकस करता है – नई तकनीक बनाना, स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना, लोगों को तकनीक की ट्रेनिंग देना, और दूसरे देशों के साथ मिलकर काम करना। :