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ज्यूरिख प्राइड परेड 2025: ट्रांसजेंडर अधिकारों के समर्थन में 40,000 से अधिक लोग सड़कों पर उतरे

ट्रांसजेंडर अधिकारों पर पहली बार मुख्य रूप से केंद्रित

स्विट्ज़रलैंड के ज्यूरिख शहर में शनिवार को आयोजित प्राइड परेड 2025 में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें इस बार विशेष रूप से ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों और चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। आयोजकों के अनुसार, इस ऐतिहासिक आयोजन में करीब 40,000 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जो पिछले 27 वर्षों में सबसे बड़ी भागीदारी मानी जा रही है।

यह परेड एलजीबीटीक्यूआईए+ (LGBTQIA+) समुदाय के अधिकारों, समानता और स्वीकार्यता को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित एक सप्ताह भर चलने वाले आयोजनों का मुख्य आकर्षण थी।जहां पिछले साल की प्राइड परेड का केंद्र बिंदु समलैंगिक विवाह को लेकर राष्ट्रीय जनमत संग्रह था (जिसे सितंबर 2021 में 64% मतदाताओं ने स्वीकार किया था), वहीं इस साल का आयोजन पहली बार पूरी तरह ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों पर केंद्रित रहा।

परेड आयोजकों ने कहा:

“हमारा उद्देश्य है कि समाज में ट्रांसजेंडर लोगों को केवल देखे जाने की नहीं, बल्कि पूरी तरह स्वीकृति और सम्मान दिए जाने की आवश्यकता को सामने लाया जाए। उन्हें शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवाओं और कानूनी पहचान जैसे क्षेत्रों में अभी भी अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।”

करीब 30 डिग्री सेल्सियस की गर्मी के बावजूद प्रतिभागियों का उत्साह कम नहीं हुआ। सड़कों पर रंग-बिरंगे परिधान, झंडे, पोस्टर और संगीत के साथ हजारों लोग समावेशिता और समानता का संदेश देते हुए निकले। कई ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए और समाज से मानवता आधारित दृष्टिकोण अपनाने की अपील की।

परेड में न केवल स्विट्ज़रलैंड से, बल्कि यूरोप और अन्य देशों से भी कई सामाजिक कार्यकर्ता, कलाकार, नागरिक समाज संगठन और आम नागरिक शामिल हुए। इस आयोजन ने यह दर्शाया कि ट्रांसजेंडर अधिकार केवल एक देश का मुद्दा नहीं, बल्कि वैश्विक मानवाधिकार का सवाल है।

एक प्रतिभागी ने कहा:

“मैं ट्रांस महिला हूं और यह पहला मौका है जब मैंने इतने खुले वातावरण में अपने जैसे हजारों लोगों को देखा। यह एहसास आत्मविश्वास और अपने अस्तित्व को स्वीकारने की ताकत देता है।”

परेड के दौरान विभिन्न संगठनों और नेताओं ने सरकार से ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए स्पष्ट और सशक्त कानूनों की मांग की। इसमें कानूनी लिंग पहचान प्रक्रिया को सरल बनाना, स्वास्थ्य सेवाओं में भेदभाव खत्म करना, और कार्यस्थल पर समावेशिता सुनिश्चित करना शामिल था।

ज्यूरिख प्राइड 2025 केवल एक जश्न नहीं था, बल्कि यह एक सशक्त सामाजिक आंदोलन बनकर उभरा, जिसने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सम्मान, सुरक्षा और समानता की मांग को वैश्विक मंच पर मजबूती से रखा।

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