अंतरराष्ट्रीयअर्थव्यवस्था

भारतीय रिजर्व बैंक ने इंग्लैंड से 102 टन सोना भारत में किया स्थानांतरित

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इंग्लैंड के बैंक ऑफ इंग्लैंड से 102 टन सोने को भारत में सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है। यह कदम देश की मूल्यवान संपत्तियों को घरेलू स्तर पर सुरक्षित रखने की केंद्रीय बैंक की सोच को दर्शाता है। सितंबर 2022 से अब तक भारत कुल 214 टन सोना देश में वापस ला चुका है, जो कि सुरक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण निर्णय माना जा रहा है।

इस स्थानांतरण के जरिए भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी संपत्तियों की सुरक्षा पर बढ़ता ध्यान दिखाया है। विदेशी बैंकों में रखे सोने को वापस लाकर देश के भीतर सुरक्षित भंडारण में रखने की इस नीति को मौजूदा वैश्विक अनिश्चितताओं और बदलते आर्थिक परिदृश्यों के संदर्भ में देखा जा सकता है। केंद्रीय बैंक का मानना है कि देश की महत्वपूर्ण संपत्तियों को अपने निकट रखना रणनीतिक रूप से बेहतर और सुरक्षित है।

सितंबर 2022 से शुरू हुए इस प्रक्रिया में अब तक RBI कुल 214 टन सोना भारत में वापस ला चुका है। RBI का मानना है कि यह कदम न केवल भंडारण की लागत को कम करने में मदद करेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाए रखेगा।

सोना किसी भी देश की मुद्रा की स्थिरता और वित्तीय स्थिति को बनाए रखने में एक अहम भूमिका निभाता है। RBI का मानना है कि सोने को देश के भीतर रखने से बाहरी जोखिमों को कम किया जा सकता है और यह देश के वित्तीय तंत्र को मजबूत बनाए रखने में सहायक साबित होगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार देखा गया है कि आर्थिक संकट या राजनीतिक अस्थिरता के कारण विदेशों में रखी संपत्ति को वापस लाना मुश्किल हो सकता है।

RBI का यह कदम स्वदेशीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है, जिससे देश के भीतर संपत्ति के प्रबंधन और संरक्षा को बढ़ावा मिलता है। यह नीति भारत के “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण को भी सुदृढ़ बनाती है। इसके माध्यम से RBI ने यह सुनिश्चित किया है कि आपात स्थितियों में देश की संपत्ति सुलभ हो और बाहरी निर्भरता कम हो।आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत की वित्तीय सुरक्षा के लिए लाभकारी साबित होगा। इससे न केवल देश की संपत्ति सुरक्षित रहेगी, बल्कि वैश्विक बाजार में भारत की वित्तीय स्थिति को मजबूती मिलेगी। इससे RBI के पास आर्थिक संकट या मुद्रा अस्थिरता जैसी स्थितियों में निर्णय लेने की स्वतंत्रता भी बढ़ेगी।

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