दिल्ली में प्रदूषण ने फिर बिगाड़ा हाल, एयर क्वालिटी ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंची, AQI 401 के पार
प्रदूषण से आंखों में जलन और सांस की बीमारियां बढ़ीं

देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 401 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। लगातार बिगड़ते हालात से दिल्लीवासियों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के मुताबिक, दिल्ली का समग्र एयर क्वालिटी इंडेक्स 401 के पार दर्ज किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से ही सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए स्थिति गंभीर बनी हुई है।
प्रदूषण के इस स्तर तक पहुंचने के पीछे कई कारण हैं:
- स्थिर मौसम परिस्थितियां: हवा की गति धीमी होने के कारण प्रदूषक कण वातावरण में स्थिर हो जाते हैं।
- वाहनों का उत्सर्जन: दिल्ली की सड़कों पर बढ़ते वाहनों से निकलने वाला धुआं वायु गुणवत्ता को खराब कर रहा है।
- कंस्ट्रक्शन और पराली जलाने का असर: आसपास के राज्यों में पराली जलाने और निर्माण कार्यों के कारण भी हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों का स्तर बढ़ गया है।
वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंचने से स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, इस स्तर की हवा में लंबे समय तक रहने से फेफड़ों की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है और सांस की बीमारियां बढ़ सकती हैं। सिरदर्द, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें।सुबह और शाम के समय बाहर व्यायाम करने से बचें।बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रहने की सलाह दी जा रही है।