ईरान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में रूस और चीन की युद्ध विराम की कोशिश

संयुक्त राष्ट्र, 22 जून (रायटर) – संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रविवार को ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों पर चर्चा करने के लिए बैठक की, जबकि रूस, चीन और पाकिस्तान ने 15 सदस्यीय निकाय से मध्य पूर्व में तत्काल और बिना शर्त युद्धविराम का आह्वान करने वाले प्रस्ताव को अपनाने का प्रस्ताव रखा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुएरेस ने रविवार को सुरक्षा परिषद को बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु सुविधा पर बमबारी एक खतरनाक मोड़ है, हमें लड़ाई को रोकने और ईरान परमाणु कार्यक्रम पर गंभीर निरंतर वार्ता पर लौटने के लिए तत्काल और निर्णायक रूप से कार्य करना चाहिए।
रविवार को ईरान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही दुनिया के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने तेहरान के प्रमुख परमाणु स्थलों को नष्ट कर दिया है। यह 1979 की क्रांति के बाद से इस्लामी गणराज्य के खिलाफ सबसे बड़ी पश्चिमी सैन्य कार्रवाई में इजरायल के साथ शामिल है। रूस और चीन ने अमेरिकी हमले की निंदा की है।
चीन के संयुक्त राष्ट्र राजदूत फू कांग ने कहा, “मध्य पूर्व में शांति बल के प्रयोग से प्राप्त नहीं की जा सकती है,” ईरानी परमाणु मुद्दे को सुलझाने के लिए कूटनीतिक साधन समाप्त नहीं हुए हैं, तथा शांतिपूर्ण समाधान की अभी भी उम्मीद है।
लेकिन संयुक्त राष्ट्र में कार्यवाहक अमेरिकी राजदूत डोरोथी शीया ने परिषद से कहा कि वाशिंगटन के लिए निर्णायक कदम उठाने का समय आ गया है। उन्होंने सुरक्षा परिषद से आग्रह किया कि वह ईरान से इजरायल को खत्म करने के प्रयास को समाप्त करने और परमाणु हथियार बनाने के उसके प्रयास को समाप्त करने का आह्वान करे। उन्होंने कहा, “ईरान ने लंबे समय तक अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को छुपाया और हाल की वार्ताओं में हमारे अच्छे प्रयासों को विफल किया।” उन्होंने कहा, “ईरानी शासन के पास परमाणु हथियार नहीं है।”
रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत वसीली नेबेंजिया ने पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल द्वारा 2023 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यह मामला उठाने की बात याद दिलाई कि इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन देश के रासायनिक और जैविक हथियारों के भंडार के कारण दुनिया के लिए एक आसन्न खतरा बन सकते हैं।