
नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार, 17 जनवरी को आयोजित राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह में डबल ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर और विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन खिलाड़ियों को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह में देशभर के खेल प्रेमियों और खेल जगत की हस्तियों ने भाग लिया। पुरस्कार मिलने के बाद मनु भाकर और डी. गुकेश को जबरदस्त उत्साह के साथ स्वागत किया गया। उनके परिवार, प्रशंसकों और कोचों ने उनकी उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया।इस साल के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से केवल मनु भाकर और डी. गुकेश ही नहीं, बल्कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पेरिस पैरालंपिक्स में हाई जंप में स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार को भी इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया।
मनु भाकर ने ओलंपिक में दो पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया।उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई स्वर्ण पदक जीते हैं।भारतीय खेलों में महिला निशानेबाजी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।डी. गुकेश, भारत के सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन हैं।उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर भारत का मान बढ़ाया।उनका यह पुरस्कार भारतीय शतरंज को और भी मजबूत बनाएगा।
हरमनप्रीत सिंह भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हैं।उनके नेतृत्व में भारत ने कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में सफलता प्राप्त की।प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक्स में हाई जंप में स्वर्ण पदक जीता।उनकी यह उपलब्धि भारतीय पैरा एथलेटिक्स के लिए प्रेरणादायक है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित किए गए इन चारों खिलाड़ियों ने देश के लिए अद्वितीय योगदान दिया है। उनकी उपलब्धियां न सिर्फ खेल जगत के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि आने वाली युवा पीढ़ी को भी आगे बढ़ने का हौसला देती हैं।