
अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 गुरुवार दोपहर को उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में सवार 242 लोगों (230 यात्री और 12 क्रू सदस्य) में से किसी के भी बचने की संभावना नहीं जताई जा रही है। घटनास्थल पर आग और तापमान की भयावहता ने राहत और बचाव कार्य को बेहद कठिन बना दिया।
घटनास्थल पर पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि विमान में 1.25 लाख लीटर विमान ईंधन था, जो दुर्घटना के बाद तुरंत आग का कारण बना। उन्होंने कहा,
“आग इतनी तेज थी कि किसी को बचा पाना असंभव हो गया। तापमान करीब 1,000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। यहां तक कि आसपास के कुत्ते और पक्षी भी नहीं बच पाए।”
एयर इंडिया की यह फ्लाइट सर्दार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के लिए रवाना हुई थी, लेकिन उड़ान भरने के करीब 5 मिनट बाद ही तकनीकी खराबी के कारण यह अहमदाबाद के ओधव इलाके में गिर पड़ी। यह इलाका रिहायशी है, जिससे स्थानीय लोगों में भी भय का माहौल है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान के गिरते ही एक भारी विस्फोट हुआ और तुरंत आग की ऊंची लपटें उठने लगीं। चारों ओर धुआं फैल गया और दर्जनों घरों को भी नुकसान पहुंचा।
दमकल विभाग, एनडीआरएफ, एयरपोर्ट अथॉरिटी और स्थानीय प्रशासन की टीमों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया, लेकिन तेज आग, अत्यधिक तापमान और धुएं ने ऑपरेशन को मुश्किल बना दिया। अभी तक किसी के भी जीवित होने की पुष्टि नहीं हो सकी है।
भारत सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए अमेरिकी जांच एजेंसी NTSB (नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड) की मदद मांगी है। अमेरिकी दल जल्द ही भारत पहुंचेगा और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) के साथ मिलकर जांच करेगा।
एयर इंडिया और DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने भी हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। शुरूआती संकेत तकनीकी खराबी की ओर इशारा कर रहे हैं, लेकिन विस्तृत जानकारी जांच के बाद ही सामने आएगी।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस भीषण हादसे पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा,
“इस त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर दिया है। हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।”
निष्कर्ष:
यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक बन गया है। दर्जनों परिवारों ने अपनों को खो दिया है। देश शोक में डूबा है और अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह पता चल सके कि इस भयावह दुर्घटना का असली कारण क्या था।