महाराष्ट्र में अधिकतम लोग मराठी भाषा का उपयोग एक दूसरे से संवाद करने के लिए करते है। ,परंतु मराठी भाषा को बाकी सारी अन्य भाषा से श्रेष्ठ मान लेना भारत की अन्य भाषाओं का अपमान करना होगा ,भारत एक ऐसा देश है जिसमें अलग धर्म,समाज ओर जाती के लोग रहते है जो कि अपनी अलग अलग संस्कृति का पालन करते है ,इसके साथ ही सब लोगों की बोलचाल की भाषा भी एक दूसरे से काफी अलग होती है ,और आप ऐसे ही किसी को भी अपनी भाषा का उपयोग करने के लिए धमका नहीं सकते ,पर महाराष्ट्र के रहने वाले कुछ लोगों ने महाराष्ट्र में एक फूड स्टॉल को तोड़ दिया और युवक को बेरहमी से मारा वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि व्यक्ति को मराठी भाषा में संवाद करना नहीं आता था ,बताया जा रहा है आरोपियों ने राज ठाकरे द्वारा बनाई गई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कपड़े से अपने मुंह को ढक रखा था ।
आरोपियों ने किस प्रकार घटना को अंजाम दिया?
फूड स्टॉल के मालिक का नाम बाबूलाल खिमजी चौधरी बताया जा रहा है। चौधरी का कहना है, “कुछ लोग मेरी दुकान पर आए और मुझे धमकाने की कोशिश करी। उन लोगों ने मुझसे कहा कि महाराष्ट्र में रहते हुए तुम्हें मराठी नहीं आती तो तुम्हें महाराष्ट्र में नहीं रहना चाहिए और अगर तुम मराठी नहीं बोलोगे तो हम सबको मारेंगे और दुकान को जला देंगे।” चौधरी ने आरोपियों से पूछा, “सरकार ने कौनसा ऐसा नियम लागू किया है जहां लिखा हो कि आप मराठी के अलावा किसी और भाषा में वार्तालाप नहीं कर सकते?” आरोपी दुकान के मालिक से पूछता है कि महाराष्ट्र में कौनसी भाषा बोली जाती है, जिस पर दुकानदार कहता है, “महाराष्ट्र में सारी भाषाओं का उपयोग किया जाता है,” जिसके बाद आरोपी गुस्सा हो गए और दुकानदार को बेरहमी से मारा।
CM देवेंद्र फडणवीस ने अपने बयान में क्या कहा?
शुक्रवार के दिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, भाषा के नाम पर गुंडागर्दी को और नहीं सहा जाएगा। “मराठी भाषा पर गर्व करना बुरी बात नहीं, पर अगर कोई भाषा का उपयोग करके गुंडागर्दी करने की कोशिश करेगा तो उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी गई है, और अगर कोई दुबारा भाषा का उपयोग करके गुंडागर्दी करने की कोशिश करेगा तो उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हमें अपनी मराठी भाषा पर गर्व है, पर हम किसी बेकसूर के साथ महाराष्ट्र में अन्याय नहीं होने देंगे, फडणवीस ने अपने बयान में कहा।