
अमरनाथ यात्रा के दौरान शुक्रवार को एक बड़ा हादसा उस समय हो गया जब चार बसें आपस में टकरा गईं, जिसमें कम से कम 25 श्रद्धालु घायल हो गए। यह दुर्घटना जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर चंद्रकोट इलाके के पास हुई, जहां एक बस के ब्रेक फेल हो जाने के कारण यह श्रृंखलाबद्ध टक्करहुई।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, चारों बसें अमरनाथ यात्रियों को लेकर बालटाल की ओर जा रही थीं। जैसे ही काफिला चंद्रकोट के पास पहुंचा, एक बस के ब्रेक ने अचानक काम करना बंद कर दिया। तेज़ रफ्तार में चल रही बस सामने चल रही बस से जा टकराई, जिससे पीछे आ रही दो अन्य बसें भी नियंत्रित नहीं रह सकीं और चारों बसें एक-दूसरे से टकरा गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी तेज़ थी कि यात्रियों की चीख-पुकार मच गई और कई लोग सीटों से गिर पड़े। मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू ऑपरेशन तुरंत शुरू किया गया। सभी घायलों को पास के चंद्रकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जम्मू के अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया।अधिकारियों ने बताया कि सभी घायलों की स्थिति स्थिर है और उन्हें हल्की चोटें आई हैं। किसी को गंभीर चोट नहीं लगी है, जिससे राहत की बात मानी जा रही है।
रामबन के एसएसपी ने मीडिया को बताया:“ब्रेक फेल होने के कारण यह दुर्घटना हुई। गनीमत रही कि बस की गति ज्यादा नहीं थी और किसी की जान नहीं गई। सभी घायलों का इलाज चल रहा है और सभी खतरे से बाहर हैं।”
इस दुर्घटना के बाद हाईवे पर यातायात बाधित हो गया। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए कुछ समय के लिए अमरनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोका गया और ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया। दुर्घटनास्थल से बसों को हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है।प्रशासन ने बताया कि सभी घायलों की पहचान कर ली गई है और उनके परिजनों को सूचित किया गया है। राहत के तौर पर, यात्रियों को मेडिकल सहायता, भोजन और अस्थायी आवास की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
इस हादसे के बाद एक बार फिर से अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। हर साल हजारों श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा पर निकलते हैं, लेकिन हादसों की खबरें अक्सर चिंता का विषय बन जाती हैं।
एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा:“प्रशासन को यात्रा से पहले वाहनों की सख्त जांच करनी चाहिए ताकि इस तरह के हादसे न हों। यात्रियों की जान से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।”