कक्षा 10 के लिए करवाई जाएगी साल में दो बार बोर्ड परीक्षा। CBSE ने लघु किया नियम।
NEP ने दिया शिक्षा नीति बदलने का सुझाव ।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड CBSE ने बुधवार के दिन कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा को साल में 2 बार करवाने की अनुमति दे दी है। बताया जा रहा है कि फैसला NEP (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) 2020 को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। CBSE परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने CBSE की बोर्ड परीक्षा को साल में दो बार करवाने की अनुमति दे दी है, और साथ ही उन्होंने कहा है कि परीक्षा का पहला सत्र फरवरी और दूसरा सत्र मई में कराया जाएगा, और दोनों सत्रों के नतीजों की घोषणा अप्रैल और जून के महीनों में की जाएगी। विद्यार्थी को पहले सत्र की परीक्षा देना अनिवार्य है, पर दूसरे सत्र के लिए विद्यार्थी को छूट मिल सकती है। इस नियम से विद्यार्थी परीक्षा में अपने अंक बढ़ा सकते हैं और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सकते हैं। विद्यार्थी अपने किसी भी 3 विषयों गणित, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान में अपनी परफॉर्मेंस सुधार पाएंगे। बताया जा रहा है कि जो स्कूल सर्दियों की विजय से बंद रहते हैं या किसी कारण वर्ष परीक्षा में भाग नहीं ले सकते, उनके पास दोनों में से किसी एक सत्र में परीक्षा देने का विकल्प मौजूद रहेगा ।
NEP 2020 के क्या है दिशा निर्देश?
NEP का मानना है CBSE कि बोर्ड परीक्षा को और सुधारने की जरूरत है ताकि विद्यार्थियों को असिसमेंट से थोड़ा सा आराम मिले और विद्यार्थी अपने मन से कोई भी विषय चुन सके और उसको अच्छे से पढ़के अपनी परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर सके, जिसकी वजह से प्रशिक्षण संस्थान विद्यार्थियों पर ज्यादा दबाव नहीं डाल पाएंगे और इसे विद्यार्थी की मानसिक बुद्धि का विकास होगा। NEP विद्यार्थी की पढ़ाई का विकास करने के लिए हर दिन कुछ न कुछ सोचती रहती है जिसे विद्यार्थी को एक अच्छी शिक्षा मिल सके ओर विद्यार्थी अपने जीवन में कामयाबी हासिल कर सके । इस बार भी NEP ने विद्यार्थी के हित में सोचते हुवे बोर्ड की परीक्षा को साल में 2 बार करवाने का फैसला लिया है ।