कांवड़ यात्रा के दौरान “स्पिट जिहाद” को बढ़ावा न दिया जाए. CM पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा के लिए सांझा करे दिशा निर्देश।
कांवड़ यात्रा में न आए कोई भी परेशानी,उत्तराखंड के CM ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया
कांवड़ यात्रा श्रावण मास में आरंभ होती है, जिसमें करोड़ों की तादाद में हिन्दू पद यात्रा करके लंबी दूरी को भेदते हुए हरिद्वार की ओर चल पड़ते हैं। बताया जाता है कि श्रद्धालु कांवड़ यात्रा का कठोर परिश्रम भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए करते हैं। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, पर भगवान शिव का साथ उनके अंदर एक संक्रामक ऊर्जा का संचार कर देता है जो उनको यात्रा को पूरा करने में सहायता करती है।
परंतु कुछ समय पहले श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हुआ था जिसमें एक रेस्टोरेंट में काम कर रहे व्यक्ति को रोटी बनाते हुए दिखाया जाता है। व्यक्ति रोटी बनाते समय रोटी के आटे में थूक देता है जिसे देखने के बाद लोगों के मन में फूड सेफ्टी से जुड़े सवाल पैदा हो गए थे और कुछ मंत्रियों ने इसको डिबेट का मुद्दा बना लिया था। खाने में साफ-सफाई रखी जाए और श्रद्धालुओं को कांवड़ यात्रा के दौरान कोई भी परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने अपने अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखने को कहा है।
पुष्कर सिंह धामी ने अपने बयान में क्या कहा?
उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार के दिन कांवड़ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया और अपने अधिकारियों को सचेत करते हुए उनसे कहा, “स्पिट जिहाद जैसी चीजें दोबारा नहीं होनी चाहिए।” इसके साथ ही धामी कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कोई भी परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए भी अपने अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहते हैं, “श्रद्धालुओं के लिए होटल और रेस्टोरेंट में साफ-सफाई होनी चाहिए, CCTV का उपयोग हर जगह किया जाना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं के साथ किसी भी तरह की दुर्घटना न हो पाए।
“पिछले साल उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के दौरान लोगों को “स्पिट जिहाद” से बचाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने रेस्टोरेंट्स पर करीबन 1 लाख तक का फाइन रख दिया था।
CM पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं से एक मांग करी है। धामी का कहना है कि जो भी यात्री कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार की ओर आते हैं, उनसे मेरी एक दरख्वास्त है कि वो DJ का उपयोग कम करें ताकि ध्वनि प्रदूषण को रोका जा सके और दूसरे लोगों को ज्यादा परेशानी न हो।