त्रिनिडाड और टोबैगो के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने देशवासियों को समर्पित किया सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिडाड और टोबैगो की सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान — ‘The Order of the Republic of Trinidad & Tobago’ से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें देश की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने एक भव्य समारोह में प्रदान किया। यह अवसर भारत और त्रिनिडाड व टोबैगो के संबंधों के लिए ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण बन गया।
यह सम्मान त्रिनिडाड और टोबैगो सरकार द्वारा किसी विदेशी नेता को दिया गया सर्वोच्च सम्मान है, जिसे बहुत ही चुनिंदा व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान वैश्विक स्तर पर उनके नेतृत्व, भारत-त्रिनिडाड संबंधों को सुदृढ़ करने और भारतीय प्रवासी समुदाय के सशक्तिकरण में उनके योगदान के लिए दिया गया।
सम्मान समारोह के दौरान त्रिनिडाड की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने कहा:“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल भारत के नेता हैं, बल्कि वे वैश्विक मंच पर विकास, शांति और समानता की आवाज़ बन चुके हैं। उनका नेतृत्व और भारतीय समुदाय के साथ उनका जुड़ाव हमें प्रेरणा देता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मान स्वीकार करते हुए कहा:“’The Order of the Republic of Trinidad & Tobago’ से सम्मानित होना मेरे लिए गर्व की बात है। मैं यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करता हूं, जिनकी संस्कृति, मूल्य और परंपराएं आज दुनिया में भारत की पहचान बन चुकी हैं।”
उन्होंने आगे कहा,“भारत और त्रिनिडाड व टोबैगो के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की नींव सैकड़ों साल पुरानी है। यह सम्मान उस साझे इतिहास और भावना का प्रतीक है।”
त्रिनिडाड और टोबैगो में बसे भारतीय मूल के लोगों में इस सम्मान को लेकर गर्व और उत्साह की लहर है। स्थानीय भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में पारंपरिक नृत्य, गीत और भोज का आयोजन किया।यह देश लगभग 15 लाख की आबादी में से 40% भारतीय मूल के लोग हैं, जिनके पूर्वज गिरमिटिया मजदूरों के रूप में भारत से यहां आए थे। आज ये लोग इस देश की राजनीति, शिक्षा, संस्कृति और व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा और उन्हें मिले सम्मान से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को एक नई ऊर्जा और दिशा मिली है। इस यात्रा के दौरान शिक्षा, डिजिटल तकनीक, आयुर्वेद, संस्कृति और व्यापार जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।विशेषज्ञों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को मिला यह सम्मान भारत की वैश्विक छवि को और सशक्त करेगा और यह संकेत देता है कि भारत अब केवल एक उभरती शक्ति नहीं, बल्कि एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में देखा जा रहा है।