जोमैटो ने बाजार पूंजीकरण में टाटा मोटर्स और बजाज ऑटो को पछाड़ा
डिजिटल क्षेत्र में तेजी से बढ़ रही जोमैटो, मार्केट कैप में बड़ी छलांग
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने भारतीय शेयर बाजार में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए टाटा मोटर्स और बजाज ऑटो जैसी प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों को बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैपिटलाइजेशन) के मामले में पीछे छोड़ दिया है। यह सफलता जोमैटो के बढ़ते व्यापार और निवेशकों के विश्वास को दर्शाती है।
जोमैटो का बाजार पूंजीकरण हाल ही में बढ़कर लगभग ₹1.5 लाख करोड़ के स्तर पर पहुंच गया, जिससे उसने टाटा मोटर्स और बजाज ऑटो जैसी बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया। टाटा मोटर्स का बाजार पूंजीकरण ₹1.4 लाख करोड़ और बजाज ऑटो का ₹1.3 लाख करोड़ के करीब है।
जोमैटो की यह उपलब्धि भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था के बढ़ते प्रभाव को भी दर्शाती है। ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी जैसे ऑनलाइन सेगमेंट तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं और इस क्षेत्र में निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है।जोमैटो के शेयरों में हाल के महीनों में लगातार वृद्धि देखी गई है। यह वृद्धि कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार में उसके स्थिर प्रदर्शन का संकेत देती है। जोमैटो ने वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही में मुनाफे की घोषणा की थी, जिससे निवेशकों का विश्वास और मजबूत हुआ।
जहां जोमैटो जैसी डिजिटल कंपनियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं, वहीं ऑटोमोबाइल सेक्टर विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा है। बढ़ती लागत, ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) की ओर बदलाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं ने इस क्षेत्र को प्रभावित किया है।जोमैटो की इस सफलता के पीछे कई प्रमुख कारण हैं: शहरी क्षेत्रों में फूड डिलीवरी सेवाओं का तेजी से विस्तार। समय पर डिलीवरी और विस्तृत मेन्यू विकल्प।लगातार बढ़ती आय और लाभ।महामारी के बाद ऑनलाइन सेवाओं की लोकप्रियता में इजाफा।
जोमैटो की यह उपलब्धि न केवल कंपनी के लिए, बल्कि भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी प्रेरणा है। कंपनी अब नई सेवाओं और बाजारों में विस्तार करने की योजना बना रही है।निवेशकों ने जोमैटो के इस प्रदर्शन को सकारात्मक रूप से लिया है। विश्लेषकों का मानना है कि डिजिटल और ई-कॉमर्स कंपनियों का यह उभरता हुआ रुझान भारतीय बाजार में लंबी अवधि तक बना रह सकता है।