एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का शव डीएनए से पहचान के बाद परिजनों को सौंपा गया
अंतिम संस्कार राजकोट में होगा

अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के शव की आखिरकार डीएनए जांच के ज़रिए पहचान हो गई है। 241 यात्रियों की जान लेने वाले इस हादसे में रूपाणी भी सवार थे और उनकी पहचान करना बेहद कठिन हो गया था।
गुजरात स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने पुष्टि की कि विजय रूपाणी के शव की पहचान मंगलवार सुबह 11:10 बजे डीएनए मैचिंग के बाद हुई। इसके बाद उनका शव उनके परिवार को सौंप दिया गया।
स्वास्थ्य मंत्री पटेल ने बताया कि विजय रूपाणी का अंतिम संस्कार उनके गृहनगर राजकोट में किया जाएगा। अंतिम संस्कार की तैयारियां और अन्य औपचारिकताएं परिजनों और प्रशासन के बीच समन्वय से की जा रही हैं। अंतिम यात्रा के दौरान राजकीय सम्मान दिए जाने की संभावना है, क्योंकि रूपाणी ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी थी।
राजकोट नगर निगम, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को भी अंतिम यात्रा की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सतर्क किया गया है।एयर इंडिया की इस दर्दनाक दुर्घटना में कई शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए थे कि उनकी पहचान करना मुश्किल था। विजय रूपाणी की पहचान भी उन्हीं शवों में से एक थी, जिसे डीएनए सैंपल के ज़रिए स्पष्ट किया गया।
राज्य सरकार ने हादसे के तुरंत बाद मृतकों की पहचान के लिए विशेष डीएनए परीक्षण केंद्र और फॉरेंसिक टीमें गठित की थीं। रूपाणी का सैंपल उनके परिजनों से लिया गया था और फॉरेंसिक जांच के बाद मंगलवार को मिलान की पुष्टि हुई।पूर्व मुख्यमंत्री के असामयिक निधन की खबर ने गुजरात और पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल समेत कई राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय नेताओं ने रूपाणी के निधन पर गहरा शोक जताया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “विजयभाई एक समर्पित जनसेवक थे। उनके नेतृत्व में गुजरात ने कई क्षेत्रों में प्रगति की। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।”राज्य सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है, जिसमें सभी सरकारी भवनों पर झंडे आधे झुके रहेंगे।
विजय रूपाणी ने 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था। वे लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे और राजकोट पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। उनके नेतृत्व में राज्य में कई विकास परियोजनाएं शुरू की गई थीं। वे एक लोकप्रिय, शांत स्वभाव वाले और प्रशासनिक दृष्टि से सक्षम नेता माने जाते थे।
विजय रूपाणी का इस दर्दनाक हादसे में निधन न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन और कार्य आमजन के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा। एयर इंडिया हादसे ने कई परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया है, और अब उनके शवों की पहचान के साथ धीरे-धीरे अंतिम विदाई की प्रक्रिया शुरू हो रही है। रूपाणी को उनके गृहनगर राजकोट में श्रद्धांजलियों के बीच अंतिम विदाई दी जाएगी।