
एयर इंडिया 171 विमान दुर्घटना की जांच कर रहे विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। केंद्र सरकार ने बुधवार को बताया कि AAIB ने हादसे में मिले ब्लैक बॉक्स से कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) को रिकवर और डाउनलोड कर लिया है। इन दोनों रिकॉर्डरों का विश्लेषण शुरू कर दिया गया है, जो 12 जून को हुई इस भीषण दुर्घटना की असल वजहों को सामने लाने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एयर इंडिया 171 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 275 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। यह हादसा हाल के वर्षों में भारत में हुआ सबसे बड़ा विमान हादसा माना जा रहा है।
सरकारी बयान के अनुसार, ब्लैक बॉक्स को 24 जून को अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया, जहां इसे विश्लेषण के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की उच्च तकनीकी प्रयोगशाला में खोला गया। AAIB ने विशेषज्ञों की एक टीम बनाई है, जो इस तकनीकी डेटा का बारीकी से अध्ययन कर रही है।इन दोनों रिकॉर्डरों के डेटा के विश्लेषण से यह समझने में मदद मिलेगी कि दुर्घटना से पहले विमान में क्या तकनीकी या मानव त्रुटियां हुई थीं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि हादसे की निष्पक्ष और गहराई से जांच सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक संसाधन और विशेषज्ञ मुहैया कराए जा रहे हैं। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) भी AAIB को सहयोग कर रहा है।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक विश्लेषण में कुछ अहम सुराग मिले हैं, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट आने में अभी समय लगेगा। “हम कोई जल्दबाज़ी में निष्कर्ष नहीं निकालना चाहते। हर पहलू की वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से जांच की जा रही है,” एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
इस हादसे ने देश भर को झकझोर दिया है। 275 लोगों की जान जाने के बाद उनके परिवार अब इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि आखिर यह त्रासदी क्यों और कैसे घटी। सरकार ने आश्वासन दिया है कि जैसे ही जांच पूरी होगी, रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी और यदि कोई लापरवाही सामने आती है तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एयर इंडिया 171 की दुर्घटना ने भारतीय विमानन सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, ब्लैक बॉक्स के डेटा की रिकवरी और विश्लेषण एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे इस दुर्घटना की असल वजहों का खुलासा होने की उम्मीद है।