EXIT POLLS :- फिर एक बार मोदी सरकार
एक जून को लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण का चुनाव संपन्न हो गया और शाम होते-होते तामम न्यूज़ चैनलों पर अलग-अलग एजेंसियों के द्वारा किये गए एग्जिट पोल्स के अनुमान दिखाए गए। सारे ही सर्वे इस बात की तरफ इशारा करते है कि मोदी सरकार की एक और बार वापसी हो सकती है हालाँकि अभी यह सिर्फ अनुमान है और इतिहास में ऐसे भी कई चुनाव परिणाम आये है जो एग्जिट पोल्स से एकदम उलट रहे हैं। बरहाल अब सबको इंतज़ार है 4 जून को होनी वाली मतगणना का जब तमाम अनुमानों से इतर वास्तविक परिणाम देश के सामने होंगे और तमाम एजेंसियों और टीवी चैनलों के एग्जिट पोल्स वाले अनुमान कितने फिट बैठते है इस पर भी सबकी नजर बनी रहेगी.
एग्जिट पोल्स के आकड़े NDA गठबंधन और विशेषतौर पर बीजेपी के लिए उत्साहजनक रहे हैं तो वही विपक्षी पार्टियों ने EXIT POLLS के आकड़ों को नाकारा है। विपक्षियों पार्टियों का मानना है की परिणाम उनके पक्ष में रहेंगेऔर 4 जून को तमाम एग्जिट पोल्स गलत साबित होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्वास जताया की I.N.D.I.A गठबंधन को 295 सीटों पर जीत हासिल होगी और अगली सरकार गठबंधन की ही बनेगी। तो वही बीजेपी के नेता अपनी वापसी तो लेकर आश्वस्त देखे और अब एग्जिट पोल्स के नतीजों ने यक़ीनन उनके भरोसे को और मजबूत किया होगा.
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में जहाँ बीजेपी को वोट प्रतिशत और सीटों के लिहाज से कुछ नुक्सान होने की संभावना है तो वही पश्चिम बंगाल, ओडिसा और तमिलनाडु में बीजेपी अपनी सीटों को बढ़ा सकती है, तमिलनाडु को लेकर बीजेपी इस बार काफी सकारात्मक है और प्रधानमंत्री मोदी पिछले काफी समय से दक्षिण भारत विशेषकर तमिनलाडु में काफी सक्रिय नजर आये। इंडिया टुडे -एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल्स के अनुसार पंजाब में बीजेपी को वोट प्रतिशत के लिहाज़ से काफी फायदा हो सकता है तो वही आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू से गठबंधन करना बीजेपी के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है.
तामम एग्जिट पोल्स इस बात की तरफ भी इशारा कर रहे है कि , उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को गठबंधन का फायदा होता दिख रहा है पर कांग्रेस सीटों के लिहाज़ से कुछ खाश नहीं कर रही है। यानि स्तिथि कमोवेश वैसी ही हो सकती है जैसे अखिलेश- मायावती गठबंधन में रही जहाँ समाजवादी पार्टी को तो चुनावी फायदा हुआ पर बीएसपी को सीटों के लिहाज से कोई फायदा नहीं मिला। बिहार में नितीश कुमार का बीजेपी के साथ गठबंधन में आना जेडीयू के लिए फायदे का सौदा साबित होता दिख रहा है तो वही I.N.D.I.A गठबंधन की सीटों में कोई खाश इज़ाफ़ा होता नहीं दिख रहा। गुजरात में जहाँ बीजेपी क्लीन स्वीप कर सकती है तो वहीं राजस्थान और मध्यप्रदेश में बीजेपी को कुछ नुक्सान होने की उम्मीद है। तेलंगाना में बीजेपी लोकसभा सीटों के लिहाज से सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है तो वहीं महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। बरहाल अभी यह सिर्फ अनुमान मात्र हैं असल संख्या 4 जून की मतगणना के बाद देश के सामने आएगी.