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सीमा राज्यों में गुरुवार को मॉक ड्रिल, पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष के बाद तैयारी को परखा जाएगा

लोगों को सतर्क रहने का निर्देश

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष के मद्देनज़र सीमावर्ती राज्यों — गुजरात, पंजाब, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में गुरुवार शाम को एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस अभ्यास का उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन और नागरिकों की तैयारियों का आकलन करना है।

यह मॉक ड्रिल हाल ही में हुए चार दिवसीय संघर्ष के बाद किया जा रहा है, जिसमें पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी और हमले हुए थे। भारतीय सुरक्षा बलों ने इस संघर्ष के दौरान दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन इस घटना ने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता को रेखांकित कर दिया।

अधिकारियों ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान सभी नागरिकों को सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। किसी भी तरह की अफवाह या अफरातफरी की स्थिति से बचने के लिए अधिकारियों ने पहले से ही सभी गांवों और कस्बों में सार्वजनिक घोषणाएं की हैं। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, “ड्रिल के दौरान सायरन बजाकर अलर्ट जारी किया जाएगा और लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया जाएगा।”

गुजरात, पंजाब, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में जिला प्रशासन ने इस मॉक ड्रिल के लिए व्यापक इंतज़ाम किए हैं। ड्रिल में स्थानीय पुलिस, सशस्त्र बलों, होम गार्ड्स और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीमें हिस्सा लेंगी। अभ्यास के दौरान आपातकालीन रेस्पॉन्स, सुरक्षित स्थानों पर लोगों की शिफ्टिंग, घायल लोगों के लिए फर्स्ट-एड और राहत शिविरों की व्यवस्थाओं को परखा जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि इस अभ्यास से सीमावर्ती इलाकों के लोगों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे किसी भी आपात स्थिति में धैर्यपूर्वक प्रतिक्रिया देने में सक्षम होंगे। राजस्थान के सीमावर्ती गांव के एक निवासी ने कहा, “हम पहले से ही सतर्क रहते हैं, लेकिन इस अभ्यास से हमें और अधिक भरोसा मिलेगा कि अगर हालात बिगड़ते हैं तो प्रशासन हमारे साथ मजबूती से खड़ा रहेगा।”

सूत्रों ने बताया कि यह मॉक ड्रिल केंद्रीय गृह मंत्रालय की निगरानी में होगा। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने सीमावर्ती राज्यों के प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर अभ्यास की रूपरेखा तैयार की है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे अभ्यास की लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी, ताकि किसी भी खामी को तुरंत दुरुस्त किया जा सके।

यह मॉक ड्रिल पाकिस्तान के साथ लगातार तनावपूर्ण संबंधों के बीच एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह न केवल सीमावर्ती राज्यों में प्रशासन की तैयारी का परीक्षण करेगा, बल्कि नागरिकों में भी जागरूकता और सजगता को बढ़ावा देगा। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और ड्रिल को लेकर घबराएं नहीं — यह केवल एक अभ्यास है, ताकि हम सभी किसी भी आपात स्थिति में एकजुट और तैयार रह सकें।

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