नीरज चोपड़ा का फाइनल आज, परिवार-गांव समेत पूरे देश को ‘गोल्ड’ की आस
पेरिस ओलंपिक में आखिर वो दिन आ ही गया, जब टोक्यो के गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा एक बार फिर गोल्ड के इरादे से मैदान में उतरेंगे और अपने ओलंपिक चैंपियन के तमगे को कायम रखना उनका मुख्य उद्देश्य होगा। भारत ने पेरिस ओलंपिक में अब तक सिर्फ तीन मेडल जीते हैं, उसमें एक भी गोल्ड या सिल्वर नहीं है। अब उनके परिवार-गांव समेत पूरा देश उनसे इसकी आस लगाए बैठा है।
नीरज चोपड़ा का आज (8 अगस्त) फाइनल मैच होने जा रहा है जिसको लेकर उनके गांव में ये मुकाबला देखने के लिए परिवार वाले जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं । परिवार को आशा है कि नीरज चोपड़ा का यह मैच भारतीय इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
नीरज चोपड़ा के पिता सतीश चोपड़ा ने कहा, ”सभी को रात 11:55 बजे का इंतजार है, जब मुकाबला शुरू होगा। हमें उम्मीद है कि नीरज गोल्ड लेकर आएगा और भारत का मान बढ़ाएगा।” नीरज की मां भी अपने बेटे से गोल्ड की आस लगाए बैठी हैं।
नीरज की मां ने कहा, “तैयारी पूरी है और नीरज ने कड़ी मेहनत की है, बाकी उसकी किस्मत में जो होना होगा वही होगा। घर-गांव में उसके मैच को लेकर बहुत उत्साह है। हमें पूरी उम्मीद है कि वो गोल्ड जीतेगा।”
नीरज के अब तक के करियर पर नजर डालें तो उनकी सबसे बड़ी ख़ासियत यही है कि वह बड़ी प्रतियोगिताओं के खिलाड़ी हैं। क्वालिफिकेशन राउंड में भी वो टॉप पर रहे और अपने पहले ही प्रयास में सीधे फाइनल में जगह बनाई।
क्वालिफिकेशन राउंड की समाप्ति के बाद नीरज ने संवाददाताओं से कहा, “यह सिर्फ क्वालीफिकेशन राउंड था, फाइनल में मानसिकता और स्थिति अलग होती है।”
26 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि 84 मीटर के स्वचालित क्वालीफिकेशन मार्क के साथ क्वालीफाई करने वाले सभी थ्रोअर के बीच फाइनल में कड़ी प्रतिस्पर्धा होगी। हालांकि, उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया था कि उन्होंने फाइनल के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ बचाकर रखा है।
फाइनल मुकाबला रात 11 बजकर 55 मिनट पर है। विश्व और एशियाई चैंपियन नीरज गुरुवार (8 अगस्त) को ओलंपिक में दो व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बनने का लक्ष्य रखेंगे।