मराठी और हिंदी सिनेमा के चर्चित अभिनेता अतुल परचुरे का 57 वर्ष की आयु में कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। उन्होंने कई वर्षों से इस गंभीर बीमारी का सामना किया, लेकिन आखिरकार 14 अक्टूबर, 2024 को मुंबई के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से फिल्म और थिएटर जगत में शोक की लहर है।
अतुल परचुरे का नाम मराठी सिनेमा के साथ-साथ हिंदी सिनेमा में भी बड़े सम्मान के साथ लिया जाता था। वह उन गिने-चुने अभिनेताओं में से थे जिन्होंने मराठी थिएटर और फिल्म उद्योग में अपनी खास पहचान बनाई, और साथ ही बॉलीवुड में भी अपनी जगह स्थापित की। उनके अभिनय में गहराई, विनोदप्रियता, और जीवन के प्रति ईमानदारी ने उन्हें दर्शकों का प्रिय बना दिया था।
अतुल परचुरे का जन्म 12 जनवरी 1967 को पुणे में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद रंगमंच से अपने करियर की शुरुआत की। मराठी थिएटर में उनका योगदान सराहनीय रहा और उन्होंने कई महत्वपूर्ण नाटकों में अभिनय किया। धीरे-धीरे उन्होंने मराठी सिनेमा की ओर रुख किया और वहां भी अपनी अमिट छाप छोड़ी।
उनकी प्रतिभा को सिर्फ मराठी सिनेमा तक सीमित नहीं रखा जा सकता। 2000 के दशक में, अतुल परचुरे ने हिंदी सिनेमा की ओर भी कदम बढ़ाया और कई हिंदी फिल्मों में सहायक भूमिकाओं में नजर आए। उनके हास्य अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा और वह कॉमेडी जॉनर में खास पहचान बना चुके थे।अतुल परचुरे ने बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में काम किया, जिनमें से प्रमुख फिल्में ‘अपने’, ‘ऑल द बेस्ट’, ‘सिंह इज़ किंग’, और ‘कमबख़्त इश्क़’ जैसी फिल्में रहीं। उनके अभिनय में सरलता और प्रभावशीलता थी, जिसने उन्हें दर्शकों के दिलों तक पहुंचाया।
सिर्फ फिल्में ही नहीं, बल्कि अतुल परचुरे ने टीवी पर भी अपनी एक खास पहचान बनाई। कॉमेडी शोज़ और सीरियल्स में उनकी भूमिकाएं दर्शकों को गुदगुदाने के साथ-साथ जीवन के प्रति एक संदेश भी देती थीं।पिछले कुछ सालों से अतुल परचुरे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। हालांकि, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और इलाज के दौरान भी वह अपने काम के प्रति समर्पित रहे। उनके चाहने वालों को हमेशा उनकी इस जुझारू प्रवृत्ति की प्रेरणा मिलती रहेगी। उनका परिवार और दोस्त हमेशा उनके संघर्ष और साहस को याद करेंगे।
अतुल परचुरे के निधन से मराठी और हिंदी फिल्म जगत को एक बड़ा आघात लगा है। उनके सहयोगियों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उनका जाना सिनेमा के एक ऐसे अध्याय का अंत है, जो सदैव अपनी खास पहचान और योगदान के लिए याद किया जाएगा।