अबू धाबी बना दुनिया का सबसे अमीर शहर: ग्लोबल SWF ने 1.7 ट्रिलियन डॉलर संपत्ति के साथ दी मान्यता
ग्लोबल सॉवरेन वेल्थ फंड (SWF) की हालिया रिपोर्ट में अबू धाबी को दुनिया का सबसे अमीर शहर घोषित किया गया है। इस मान्यता के पीछे अबू धाबी के पास मौजूद 1.7 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति है, जो इसे वैश्विक वित्तीय शक्ति के केंद्र में रखती है। यह संपत्ति अबू धाबी के सॉवरेन वेल्थ फंड्स, निवेश परिसंपत्तियों, और अन्य आर्थिक संसाधनों का संयोजन है, जिसने इसे दुनिया के सबसे धनी शहर के रूप में उभारा है।
अबू धाबी की वित्तीय शक्ति का प्रमुख आधार इसके विशाल तेल और गैस भंडार हैं। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का हिस्सा होने के नाते, अबू धाबी के पास दुनिया के सबसे बड़े तेल भंडारों में से एक है, और इस प्राकृतिक संसाधन का उपयोग कर उसने अपनी अर्थव्यवस्था को जबरदस्त ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। तेल से होने वाली आमदनी का एक बड़ा हिस्सा सॉवरेन वेल्थ फंड्स में जमा किया गया है, जिसने शहर को मजबूत आर्थिक बुनियाद दी है।
अबू धाबी इन तेल से मिलने वाली आय को विविधीकृत क्षेत्रों में भी निवेश कर रहा है, जिसमें रियल एस्टेट, वित्तीय सेवाएं, तकनीकी कंपनियां, और वैश्विक व्यापार शामिल हैं। इस रणनीति के तहत, शहर ने अपनी अर्थव्यवस्था को केवल तेल पर निर्भर नहीं रहने दिया, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर इसे और मजबूत किया।
ग्लोबल SWF के मुताबिक, अबू धाबी के पास कई सॉवरेन वेल्थ फंड्स हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) और मुबाडला इन्वेस्टमेंट कंपनी हैं। ये फंड्स न केवल तेल से होने वाली आय का प्रबंधन करते हैं, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी निवेश करते हैं। इन निवेशों ने अबू धाबी को वैश्विक वित्तीय जगत में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है।
ADIA का पोर्टफोलियो बेहद विविधतापूर्ण है, जिसमें वैश्विक शेयर बाजार, बांड, रियल एस्टेट और अन्य परिसंपत्तियां शामिल हैं। यह सॉवरेन फंड दुनिया के सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली फंड्स में से एक है, और इसके निवेश पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। इसी तरह, मुबाडला इन्वेस्टमेंट कंपनी भी तकनीकी और नवीनतम उद्योगों में निवेश करके शहर की अर्थव्यवस्था को और मजबूती दे रही है।
अबू धाबी न केवल आर्थिक रूप से मजबूत है, बल्कि यह वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में भी तेजी से उभर रहा है। शहर में बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश आ रहे हैं, और इसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश का हब माना जा रहा है। इसके साथ ही, अबू धाबी सरकार ने अपनी नीतियों को निवेशक-हितैषी बनाने के लिए कई सुधार किए हैं, जिससे यह शहर वैश्विक निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है।
अबू धाबी की सरकार केवल वर्तमान संपत्ति पर निर्भर नहीं रहना चाहती। शहर ने भविष्य में सतत विकास और आर्थिक स्थिरता के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाई हैं। सरकार का उद्देश्य शहर को नवीकरणीय ऊर्जा, तकनीकी नवाचार, और वैश्विक व्यापार का प्रमुख केंद्र बनाना है। इसके साथ ही, सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे में भी बड़े पैमाने पर निवेश कर रही है, ताकि आने वाले समय में भी अबू धाबी की समृद्धि बनी रहे।