दीवाली के सीजन में बाजार में नकली घी और मिठाइयां: स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
दीवाली का त्यौहार आते ही बाजारों में मिठाइयों और घी की मांग बढ़ जाती है। इसी अवसर का लाभ उठाकर कई व्यापारी नकली घी और मिठाइयों को बाजार में बेचने लगे हैं। नकली घी और मिलावटी मिठाइयां सिर्फ स्वाद और गुणवत्ता में ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करती हैं।
सरकारी जांच एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, त्योहारी सीजन के दौरान बड़ी मात्रा में नकली घी और मिठाइयां बाजार में लाई जाती हैं। इनमें अधिकांश उत्पाद बिना गुणवत्ता मानकों का पालन किए बनाए जाते हैं, और कई मामलों में इनमें हानिकारक केमिकल का भी इस्तेमाल किया जाता है। नकली घी को आमतौर पर वनस्पति तेल, सस्ते खाद्य तेल और कुछ सिंथेटिक केमिकल्स मिलाकर तैयार किया जाता है, ताकि यह असली घी जैसा दिखे और खुशबू भी असली घी जैसी हो। इसी तरह, मिठाइयों में मिलावट कर उनका वजन और स्वाद बढ़ाने के लिए सस्ते रसायनों का प्रयोग किया जाता है।
मिलावट की वजह से उपभोक्ताओं को स्वाद में तो कमी महसूस नहीं होती, लेकिन यह नकली घी और मिठाइयां सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। नकली घी में मौजूद सिंथेटिक केमिकल्स और वनस्पति तेल के अत्यधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं, लिवर डैमेज, और गंभीर मामलों में कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा हो सकता है। वहीं, मिलावटी मिठाइयों में इस्तेमाल होने वाले रंग और रसायन स्वास्थ्य के लिए विषैले हो सकते हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में खाद्य सुरक्षा विभाग ने कई मिठाई की दुकानों और उत्पादन इकाइयों पर छापे मारे और नकली घी और मिलावटी मिठाइयों के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। कई नमूनों में गुणवत्ता में कमी पाई गई है और उन्हें खाने योग्य नहीं माना गया। प्रशासन ने उपभोक्ताओं को सलाह दी है कि वे दीवाली के सीजन में मिठाइयों की खरीदारी में सतर्कता बरतें और केवल विश्वसनीय दुकानों से ही घी और मिठाइयां खरीदें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस त्योहारी सीजन में घर पर बने घी और मिठाइयों का सेवन करना सबसे सुरक्षित विकल्प हो सकता है। यदि बाहर से खरीदारी करनी ही हो, तो उपभोक्ताओं को खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की पहचान करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि घी की खुशबू और मिठाई का रंग। नकली घी और मिलावटी मिठाइयों की पहचान करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन थोड़ी सावधानी से इस खतरे से बचा जा सकता है।
सरकार ने व्यापारियों को चेतावनी दी है कि खाद्य पदार्थों में मिलावट करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे बाजारों में नियमित रूप से निरीक्षण करें और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करें। दीवाली के इस सीजन में नकली और मिलावटी उत्पादों से बचने के लिए उपभोक्ताओं को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।