पुणे पुलिस ने एक निजी जन्मदिन की पार्टी के आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह पार्टी सोमवार रात राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के पास आयोजित की गई थी। स्थानीय निवासियों की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें पार्टी में शोरगुल और शोर प्रदूषण का आरोप लगाया गया।
पार्टी में मशहूर गायक शंकर महादेवन और उनके बेटे शिवम महादेवन की लाइव प्रस्तुति हुई। यह आयोजन एनडीए के समीप एक निजी स्थल पर किया गया था। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कार्यक्रम देर रात तक चला, जिससे आसपास के इलाके में शांति भंग हुई। शिकायत के अनुसार, कार्यक्रम के दौरान ध्वनि सीमा के नियमों का उल्लंघन किया गया।
शिकायत मिलने के बाद पुणे पुलिस ने मामले की जांच की और आयोजकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और पर्यावरण संरक्षण कानून के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि कार्यक्रम के लिए आयोजकों को ध्वनि सीमा से संबंधित नियमों की जानकारी दी गई थी, लेकिन इसका पालन नहीं किया गया।इस घटना के बाद स्थानीय लोग काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि एनडीए जैसे संवेदनशील क्षेत्र के पास इस तरह के शोर-शराबे वाले कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। एक निवासी ने कहा, “हमने कई बार आयोजकों और अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमें मजबूर होकर पुलिस में शिकायत दर्ज करानी पड़ी।”
वहीं, आयोजकों ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सभी आवश्यक अनुमति ली थी और कार्यक्रम को लेकर कोई नियम तोड़ने का इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि शंकर महादेवन और शिवम महादेवन की प्रस्तुति को लोग काफी पसंद कर रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने इसे बेवजह विवाद बना दिया।घटना पर शंकर महादेवन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने कलाकारों को निशाना बनाने की कोशिश की, जबकि कुछ ने आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया।
भारत में ध्वनि प्रदूषण के नियमों के अनुसार, रात्रि 10 बजे के बाद किसी भी प्रकार के शोरगुल की अनुमति नहीं होती है। विशेष रूप से संवेदनशील इलाकों में यह नियम सख्ती से लागू किया जाता है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी और कानून के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।