मारुति-सुजुकी के संस्थापक और सुजुकी मोटर्स के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी का 94 वर्ष की आयु में निधन
मारुति 800 के जरिए भारतीय परिवारों को पहली कार का अनुभव कराने वाले महानायक
मारुति-सुजुकी के संस्थापक और जापान की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी सुजुकी मोटर्स के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह एक ऐसे दूरदर्शी उद्योगपति थे, जिन्होंने भारत में सस्ते और किफायती वाहन प्रदान कर लाखों लोगों के लिए परिवहन को सुलभ बनाया। उनकी प्रेरणादायक नेतृत्व क्षमता और दूरदृष्टि ने न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर ऑटोमोबाइल क्षेत्र को बदलकर रख दिया।
ओसामु सुजुकी को खास तौर पर मारुति 800 के लिए याद किया जाएगा, जिसने 1983 में भारतीय बाजार में प्रवेश किया। यह कार न केवल सस्ती और भरोसेमंद थी, बल्कि भारतीय परिवारों के लिए पहली पसंद बन गई।मारुति 800 ने भारत में एक ऑटोमोबाइल क्रांति की शुरुआत की।यह वाहन मध्यम वर्ग के लिए पहली कार खरीदने का सपना साकार करने का प्रतीक बन गया।उनकी इस पहल ने भारत को एक बड़ी ऑटोमोबाइल मार्केट के रूप में स्थापित किया।
ओसामु सुजुकी का भारत से गहरा संबंध रहा। उन्होंने 1982 में भारतीय सरकार के साथ साझेदारी करके मारुति-सुजुकी की स्थापना की।उनके नेतृत्व में मारुति-सुजुकी ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में अपना वर्चस्व स्थापित किया।वह भारतीय बाजार की जरूरतों और ग्राहकों की अपेक्षाओं को समझने में माहिर थे।उनके योगदान के लिए उन्हें भारत में उद्योग जगत में महानायक के रूप में देखा जाता है।
ओसामु सुजुकी का जन्म 1930 में जापान में हुआ था।उन्होंने 1978 में सुजुकी मोटर्स के चेयरमैन का पदभार संभाला।उनके नेतृत्व में सुजुकी मोटर्स ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान बनाई।2016 में उन्होंने चेयरमैन पद से सेवानिवृत्ति ली लेकिन कंपनी के साथ उनका जुड़ाव बना रहा।
उनके निधन पर भारत और जापान समेत दुनियाभर से शोक संदेश आ रहे हैं। भारत में ऑटोमोबाइल उद्योग के नेताओं और ग्राहकों ने उनके योगदान को याद करते हुए शोक व्यक्त किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “ओसामु सुजुकी का योगदान भारत के विकास में अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने लाखों भारतीयों को सस्ती और सुलभ परिवहन सुविधा प्रदान की।”सुजुकी मोटर्स ने बयान जारी कर कहा, “हमने एक महान नेता और प्रेरणा स्त्रोत को खो दिया है।”
ओसामु सुजुकी की विरासत हमेशा जीवित रहेगी। मारुति-सुजुकी आज भी भारतीय सड़कों पर सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय ब्रांड के रूप में जानी जाती है।उनका योगदान न केवल ऑटोमोबाइल क्षेत्र तक सीमित था, बल्कि उन्होंने भारत और जापान के बीच मजबूत संबंधों को भी बढ़ावा दिया।