
दिल्ली के वरिष्ठ बीजेपी नेता और नव-निर्वाचित विधायक मोहण सिंह बिष्ट ने अपने निर्वाचन क्षेत्र मुस्तफाबाद का नाम बदलकर “शिवपुरी” या “शिव विहार” रखने की घोषणा की है। पद ग्रहण करने के तुरंत बाद इस बदलाव को अमल में लाने का वादा करते हुए बिष्ट ने कहा,”मैं मुस्तफाबाद के नाम को बदल दूँगा और इसे शिवपुरी या शिव विहार कर दूँगा। मैंने पहले भी यह कहा है। मुझे समझ नहीं आता कि राजनीतिक दल मुस्तफाबाद का नाम क्यों बनाए रखना चाहते हैं। जब एक क्षेत्र में ज्यादातर हिंदू निवास करते हैं, तो उसे शिवपुरी या शिव विहार क्यों नहीं कहा जा सकता? लोगों को ‘मुस्तफा’ नाम से परेशानी होती है, और इसे बदला जाना चाहिए। मैं सुनिश्चित करूँगा कि यह हो।”
मोहण सिंह बिष्ट का कहना है कि मुस्तफाबाद नाम से जुड़ी आपत्तियां स्थानीय निवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही हैं। उनका मानना है कि नाम बदलने से क्षेत्र की पहचान में सुधार होगा और लोगों की सांस्कृतिक आस्था के अनुरूप नई पहचान स्थापित होगी।बिष्ट ने इस कदम को क्षेत्रीय सामाजिक न्याय और सांस्कृतिक पुनर्स्थापना के प्रतीक के रूप में पेश किया। उनका कहना है कि जब एक क्षेत्र में अधिकांश लोग हिंदू हैं, तो उसे उनके सांस्कृतिक मान्यताओं के अनुरूप नाम देना आवश्यक है।
इस घोषणा ने क्षेत्रीय राजनीति में नए विमर्श को जन्म दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम क्षेत्र में पहचान परिवर्तन के साथ-साथ राजनीतिक दलों के बीच मतभेद भी उजागर कर सकता है। कुछ समर्थक इसे सकारात्मक बदलाव मान रहे हैं, तो कुछ आलोचक इसे केवल प्रतीकात्मक कदम कह रहे हैं।
मोहण सिंह बिष्ट ने आगे कहा कि इस कदम से न केवल सांस्कृतिक पहचान में सुधार होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। वे आगे आने वाले दिनों में और ऐसे कदम उठाने का आश्वासन देते हैं, जिससे स्थानीय समुदाय की चिंताओं को दूर किया जा सके।मोहण सिंह बिष्ट का यह कदम मुस्तफाबाद के नाम परिवर्तन की मांग को दर्शाता है, जो क्षेत्र के स्थानीय निवासियों की भावनाओं और सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा है। आने वाले दिनों में यह देखना रोचक होगा कि इस परिवर्तन का क्षेत्रीय राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है और स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया कैसी होती है।