
मौसम विभाग (IMD) ने आज दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अगले 2-3 घंटों में क्षेत्र में भारी बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरने और ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने की भी संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, यह खराब मौसम पूरे दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में देखने को मिल सकता है। अलर्ट दोपहर से लेकर शाम तक प्रभावी रह सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय हवाओं का बड़ा असर है।
भारत मौसम विभाग के मुताबिक:“अगले 2–3 घंटों में दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में तेज आंधी (40–60 किमी/घंटा की रफ्तार), भारी बारिश, बिजली गिरने की घटनाएं और ओलावृष्टि की संभावना है। लोग सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।”
IMD ने लोगों से कहा है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और अपने वाहन सुरक्षित जगह पर पार्क करें। खासकर दोपहिया वाहन चालकों से सतर्क रहने की अपील की गई है। साथ ही, मौसम विभाग ने किसानों को भी सुझाव दिया कि वे अपनी फसलों को नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
दिल्ली-एनसीआर के प्रशासनिक अधिकारियों ने आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फायर सर्विस और पुलिस विभाग को भी तैयार रहने को कहा गया है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने कहा:“बिजली के खंभों, पुराने पेड़ों और खुले इलाकों से दूर रहें। आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत सूचना दें।”
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में मौसम अचानक बदल रहा है। इस सप्ताह की शुरुआत में भी आंधी और बारिश ने कई जगहों पर पेड़ गिरा दिए और यातायात बाधित हुआ। इस बार भी ऐसी ही स्थिति बन सकती है।घर के बाहर खड़े वाहनों को सुरक्षित स्थान पर रखें।खुले मैदान, पेड़ और बिजली के खंभों से दूर रहें।तेज हवाओं के दौरान छतों और ऊंची इमारतों पर न चढ़ें।बिजली गिरने की स्थिति में मोबाइल फोन या धातु की चीजों से दूरी बनाएं। बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर ही रखें।
यातायात बाधित होने की आशंका।कम दृश्यता से सड़क हादसे बढ़ सकते हैं।ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है।बारिश से जलभराव की स्थिति।दिल्ली-एनसीआर में मौसम विभाग का रेड अलर्ट गंभीर चेतावनी है। लोग खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें। यदि आपात स्थिति होती है, तो तुरंत हेल्पलाइन पर संपर्क करें।